नई दिल्ली। अंदाज ये लगाया जा रहा था कि जो टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (द्विपक्षीय श्रृंखला के लिए) चुनी गई है, शायद वो ही टीम टी24 वर्ल्ड कप के लिए जाएगी, क्योंकि ज्यादा समय नही बचेगा उसके बाद, क्योंकि 20 अक्टूबर से तो वर्ल्ड कप शुरू हो जाएगा। कहीं ऐसा तो नहीं कि वर्ल्ड कप में भी विराट कोहली से पारी का आगाज करवाया जाए और फिर के एल राहुल बोले कि में क्या खेलना छोड़ दूं। इस टीम का चयन शायद एशिया कप में खेली टीम का कट, कॉपी,
पेस्ट लगता है, अगर जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल को छोड़ दें तो। ये विडंबना ही है और थोड़ा आश्चर्यचकित भी करता है कि ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के खिलाफ टीम में दीपक चाहर और मोहम्मद शमी हैं,
लेकिन वर्ल्ड कप जो कि उसके कुछ दिनों बाद है, टीम में ये दोनों खिलाड़ी स्टैंड बाई के रूप में हैं। यानी अगर कुछ गड़बड़ नही होता है, तो स्टैंड बाई को 15 में भी जगह नही मिलती है। लगता है कि टीम मैनेजमेंट कोई भी वाइल्ड कार्ड एंट्री नहीं डालना चाहता था। इसका सबसे बड़ा उदाहरण संजू सैमसन का टीम में न होना है। 2021 वर्ल्ड कप में 2 खिलाड़ियों की वाइल्ड कार्ड एंट्री हुई थी, जिसमें वरुन चक्रबर्ती और रवि चन्द्रन अश्विन का नाम था । टीम मैनेजमेंट को ये बात भी ध्यान में रखनी है कि प्लेइंग 11 का चयन पिच की स्थिति को देखकर करना होगा, क्योंकि भारत के सारे मैच सेकंड हाफ यानी उसी पिच पर होंगे, जहां सुबह एक मैच हो चुका होगा। ऐसा भारतीय समय को देखकर किया गया है, तो इसलिए शाम को पिच रिवर्स स्विंग
और स्पिनर के लिए मददगार होगी।