रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड के केदारनाथ में एक हेलिकॉप्टर के हादसाग्रस्त होने कारण 7 लोगों की अकाल मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि केदारनाथ से 2 किलोमीटर दूर गरुडचट्टी में यह हादसा हुआ है। एक निजी कंपनी के हेलिकॉप्टर में कई सैलानी सवार थे तब ही यह हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है। हादसे में पायलट समेत सभी 7 लोगों की मौत हो गई है। गुप्तकाशी से केदारनाथ की उड़ान के दौरान यह हादसा हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि गुप्तकाशी से केदार घाटी की
तरफ बढ़ने के दौरान यह हादसा हुआ होगा। वहां राहत और बचाव कार्य जारी है। बता दें कि दो दिन बाद प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी केदारनाथ और बद्रीनाथ में दौरे पर जाएंगे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर खेद जताया है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ के समीप गरुडचट्टी में दुर्भाग्यपूर्ण हेलिकॉप्टर क्रैश में कई लोगों के हताहत होने का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। राहत और बचाव कार्य हेतु एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम वहां राहत और बचाव कार्य के लिए पहुंची है। इस घटना के विस्तृत जानकारी के आदेश दिए गए हैं। पुलिस के साथ-साथ एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची है। इधर नागिरक एवं उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्वीट कर इस हादसे पर दुख जताया है। केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा कि केदारनाथ में हेलिकॉप्टर का दुर्घटनाग्रस्त होना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम राज्य सरकार के टच में है और हादसे में नुकसान का आंकलन कर रहे हैं। हम लगातार हालात पर नजर बनाकर रख रहे हैं। मृतकों को लेकर जो जानकारी सामने
आई है उसके मुताबिक मृतकों में तीन लोग गुजरात के रहने वाले बताए जा रहे हैं। अन्य मृतकों की पहचान की कोशिश की जा रही है। वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने भी घटना पर अपनी संवेदनाएं व्?यक्?त की हैं। केदारनाथ में श्रद्धालुओं को ले जा रहे हेलिकॉप्टर के क्रैश की घटना बहुत दु:खद है। इस दुर्घटना में जान गवाने वाले सभी लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। ईश्वर उन्हें यह दु:ख सहने की शक्ति दें। हादसे की वजह आई सामने हेिलकॉप्टर क्रैश का प्रमुख कारण खराब मौसम बताया जा रहा है। एसडीआरएफ की टीम मौके पर रेस्क्यू कर रही है, लेकिन रेस्क्यू अभियान के
दौरान बर्फबारी होने से काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, खराब मौसम के बावजूद
भी कई प्राइवेट कंपनियों के हेलिकॉप्टर उड़ान भरते रहे हैं जो कई बार दुर्घटना का कारण बनते हैं। बीते सितंबर महीने
में इसी तरह का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था और तब भी यात्रियों की सुरक्षा को लेकर इन कंपनियों की
लापरवाहियों पर सवाल उठे थे।जांच भी हुई थी और डीजीसीए ने हेली कंपनियों को इस तरह की लापरवाही न
करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद भी हेली कंपनियों की मनमानी जारी रही और आज ये हादसा हो गया।
बता दें कि 2013 से अब तक कुल 6 हेलीकॉप्टर क्रैश हो चुके हैं जिनमें 29 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।
अधिकतर हेली क्रैश में खराब मौसम ही मुख्य कारण रहा है। बता दें कि 21 जून 2013 में भी प्राइवेट कंपनी का
हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था। 25 जून 2013 को सेना का हेलिकॉप्टर क्रैशहुआ था जिनमें 20 जवानों की जान
चली गई थी। 24 जुलाई 2013 को भी केदारनाथ में हैली क्रैश हुआ था। 3 अप्रैल 2018 में भी सेना का हेलिकॉप्टर
हादसे का शिकार हुआ था। इसके अतिरिक्त इसी वर्ष 31 मई 2022 को भी केदारनाथ में हेली क्रैश लैंडिंग हुई थी।
मरनेवाले सभी यात्रियों के नाम सामने आ गए हैं और इनमें दो महिला यात्री भी शामिल थीं। ये सभी दक्षिण भारत से
पहुंचे थे। मृतकों में पायलट अनिल सिंह के अतिरिक्त पूर्वा, उर्वी, कृति, सुजाता, प्रेम कुमार और काला थे. इन
सभी की उम्र पचास वर्ष से अधिक थी।
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