मेरी दादी ने जीवन भर सेक्स वर्कर्स के उत्थान के लिए काम किया
मुंबई 17 फरवरी 2022। आलिया भट्ट की गंगूबाई काठियावाड़ी पर आधारित मूवी ‘गंगूबाई’ फिल्म का ट्रेलर रिलीज होते ही विवादों में घिर चुका है। संजय लीला भंसाली की फिल्म 25 फरवरी को रिलीज होगी लेकिन इससे पहले मूवी खूब सुर्खियों में है। दरअसल, गंगूबाई परिवार के कथित दत्तक पुत्र बाबू रावजी शाह और उनकी पोती भारती फिल्म को लेकर नाराजगी जाहिर की है। बाबूरावजी शाह ने आलिया भट्ट की ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ फिल्म को लेकर कहा है कि मेरी मां को वेश्या बनाकर रख दिया…लोग अब उनके बारे में तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। उनके परिवार के वकील ने कहा है कि आप एक सोशल कार्यकर्ता को वेश्या के रूप में पेश कर रहे हैं।
गंगूबाई के परिवार ने आलिया भट्ट अभिनीत फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की है। गंगूबाई के गोद लिए हुए पुत्र की तरफ से एडवोकेट नरेंद्र दुबे ने कहा कि कोई नहीं चाहता कि उनकी मां को वेश्या के रूप में दिखाया जाए। वकील दुबे ने कहा कि कई रिश्तेदार अब चित्रण पर सवाल उठाकर पूछ रहे हैं,कि क्या गंगूबाई वाक्य में एक वेश्या थी या फिर सामाजिक कार्यकर्ता, जैसा फिल्म में दिखाया जा रहा है। नरेंद्र दुबे ने खुलासा किया कि परिवार की “मानसिक स्थिति अच्छी नहीं है।
उधर,गंगूबाई की पोती भारती ने भी फिल्म निर्माताओं पर सवाल उठाए है। उनका दावा है कि उन्होंने पैसे के लालच में परिवार को बदनाम किया है।इस स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पोती भारती का कहना है कि निर्माताओं ने परियोजना को आगे बढ़ाने से पहले परिवार की सहमति नहीं मांगी। आप स्क्रिप्ट लिखते समय हमारे पास नहीं आए, न ही आप फिल्म बनाने से पहले हमारी अनुमति ली।उन्होंने कहा कि मेरी दादी ने जीवन भर वहां की सेक्स वर्कर्स के उत्थान के लिए काम किया है। इन लोगों ने मेरी दादी को क्या बना दिया है? बता दें कि पिछले साल, बाबू रावजी शाह द्वारा फिल्म के खिलाफ याचिका दायर करने के बाद मुंबई की एक अदालत ने संजय लीला भंसाली और आलिया भट्ट को तलब किया था। लेकिन बाद में बॉम्बे हाईकोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।