बीबीएयू में दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा छात्रपति शिवा जी पर व्याख्यान आज
लखनऊ। बुधवार को बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के छात्र संगठनों ने विवि में आज होने वाले छत्रपति शिवा जी महाराज के जीवन से जुड़े “जाणता राजा महानाट्य पर व्याख्यान” समारोह का विरोध किया। दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा यह कार्यक्रम कराया जा रहा हैं।छात्र संगठनों ने मांग कि विवि परिसर में सुरेश चव्हाणके पर प्रतिबन्ध लगाया जाय। छात्र संगठनों ने कुलसचिव को सम्बोधित ज्ञापन कुलानुशासक को सौंपा हैं।
छात्र संगठनों का कहना हैं कि बाबा साहेब अंबेडकर के नाम पर बने विश्वविद्यालय का उद्देश्य बाबासाहेब के विचारों समता, समानता, बंधुत्व एवं धर्मनिरपेक्ष देश का निर्माण करना है।छात्र संगठनों की माने तो गुरुवार को छत्रपति जी शिवाजी महाराज के जीवन से जुड़े महान नाट्य पर व्याख्यान पर्यावरण सभागार में होगा। विवि के संगठनों ने कहा कि हम समस्त छात्र- छात्राएं किसी भी प्रकार से शिवाजी महाराज के खिलाफ नहीं है।साथ ही हम सभी छात्र -छात्राए शिवाजी महाराज के दिल से सम्मान करते हैं। छात्र संगठनों ने समारोह में मुख्य वक्ता के रूप शामिल होने आ रहे सुरेश चव्हाणके के विवि परिसर में न प्रवेश करने की मांग की हैं।
उन्होंने सुरेश चव्हाणके पर धार्मिक उन्माद फैलाने वाले वक्तव्य, जातिवादी वक्तव्य एवं मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के आरोप लगाये हैं।संगठनों ने कहा कि सुरेश चव्हाणके के विरुद्ध देशभर में अलग-अलग राज्यों में दर्जनों एफआईआर दर्ज हैं।दो समुदाय के बीच में नफरत फैलाने के जुर्म में 2017 में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा लखनऊ एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था।मीणा समाज के जनजातीय (राजस्थान)के खिलाफ जातिगत उनके द्वारा शब्द बोले गये थे, जिसके के खिलाफ मीणा समाज एफआईआर दर्ज करवा चुका है। साथ ही छात्र संगठनों ने सुरेश चव्हाणके वही है जिसने जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से संबंधित 22 छात्रों के यूपीएससी उत्तीर्ण करने पर यूपीएससी जिहाद के नाम से सम्बोधित किया था।गौरतलब सुरेश चव्हाणके खिलाफ 16 सितंबर 2020 के सुप्रीम कोर्ट जस्टिस डी.यू.चंद्रचूड़ बेंच सुदर्शन चैनल के कार्यक्रम बिंदास बोल पर अस्थाई रूप से प्रतिबंध लगा दिया हैं।छात्र संगठनों ने मांग की हैं कि ऐसे संप्रदायिक,जातिवादी,महिला विरोधी एवं संविधान के मूल भावना के विरोधी व्यक्ति सुरेश चव्हाणके को अपने विश्वविद्यालय परिसर में आने की अनुमति न दें।साथ ही छात्र संगठनों ने चेतावनी दी हैं कि अगर चव्हाणके को परिसर में आने दिया जाएगा तो सभी छात्र-छात्राएं पूर्ण रूप से विरोध करेंगे।छात्र संगठनों से संवाद में प्रोफेसर सुरक्षा इंचार्ज गजानन पाण्डेय ने कहा कि इस कार्यक्रम को रोकने की अथॉरिटी हमारी नहीं हैं।यह कार्यक्रम सरकार करवा रही हैं।
क्या बोले कुलानुशासक:
हमें अभी तक मुख्य वक्ता सुरेश चव्हाण के के बारे में इतना कुछ नहीं पता हैं। कार्यक्रम में मुझे अध्यक्षता दी गयी हैं।
संजय कुमार, कुलानुशासक, बीबीएयू लखनऊ