देश के इतिहास में आजादी के बाद के सबसे बड़े अप्रत्यक्ष कर सुधार ‘एक राष्ट्र, एक कर’ की अवधारणा पर अधारित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के 01 जुलाई से लागू होने पर अधिकांश खाद्य पदार्थ, लग्जरी कारें, मोटरसाइकिल, साइकिल आदि जहां सस्ते हो जायेंगे, वहीं स्कीम्ड मिल्क, कस्टर्ड पाउडर, चॉकलेट, इंस्टेंट कॉफी और मेकअप के समान जैसे उत्पाद महंगे हो जायेंगे। जीएसटी परिषद ने सभी उत्पादों और सेवाओं के लिए दरें तय कर दी हैं जो 01 जुलाई से प्रभावी होंगी। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री 30 जून की मध्य रात्रि संसद के केन्द्रीय कक्ष में आयोजित एक कार्यक्रम में घंटा बजाकर देश में जीएसटी लागू किये जाने का ऐलान करेंगे। परिषद ने हालाँकि कुछ वस्तुओं पर जीएसटी दरें संशोधित की हैं और 30 जून को होने वाली परिषद की बैठक में भी कुछ वस्तुओं और सेवाओं की दरों में संशोधन की संभावना है। परिषद ने जीएसटी के लिए चार दरें – पाँच प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत – तय की हैं। उच्चतम दर में शामिल अधिकांश वस्तुओं पर अधिभार लगाया गया है जबकि खाने की अधिकांश खुली वस्तुओं पर शून्य जीएसटी है। परिषद ने सेवाओं के लिए भी दरें तय कर दी हैं। कुछ सेवाओं के महंगे होने का असर भी वस्तुओं पर पड़ेगा। जिन वस्तुओं को शून्य जीएसटी में रखा गया है उनमें खुला आटा, चावल, मैदा, बेसन, गेहूँ, दूध, दही, लस्सी, पनीर, अंडा, मीट, मछली, शहद, ताजे फल एवं सब्जियाँ, प्रसाद, नमक, पान के पत्ते, मिप्ती के बर्तन, खेती के उपकरण, गैर-ब्रांडेड आॅर्गेनिक खाद आदि शामिल हैं।