शाहजहांपुर। जिले के कद्दावर नेता पूर्व एमएलसी कु.जयेश प्रसाद के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर विराम लग गया। गुरुवार रात करीब 10 बजे लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर प्रदेश नेतृत्व के समक्ष भाजपा की सदस्यता अपनी पत्नी सहित ग्रहण की।
गुरुवार सुबह आठ बजे कुंवर जयेश प्रसाद अपनी पत्नी नीलिमा प्रसाद तथा सैकड़ो समर्थकों के साथ गाड़ियों का काफिला लेकर लखनऊ रवाना हुए।
रात करीब 10 बजे लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर
प्रदेश अध्यक्ष डॉ.महेंद्र नाथ पांडे व कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने विधिवत कुं. जयेश प्रसाद व उनकी पत्नी नीलिमा प्रसाद को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करवाई। इस दौरान उनके साथ 50 प्रधान, 8 ब्लॉक प्रमुख, 20 क्षेत्र पंचायत सदस्य और 200 कार्यकर्ता भी भाजपा में शामिल हुए। भाजपा की सदस्यता लेने के बाद माना जा रहा है कि प्रसाद भवन की बड़ी बहू नीलिमा प्रसाद का भाजपा से शाहजहांपुर नगरपालिका चेयरमैन पद का टिकट लगभग तय हो चुका है। इस मौके पर भाजपा नगर अध्यक्ष अनिल वाजपेयी, मोहन मिश्रा, छावनी परिषद उपाध्यक्ष अवधेश दीक्षित, विधान सभा क्षेत्र प्रभारी अनुज गुप्ता, जितेंद्र नाथ तिवारी, धर्मेंद्र सिंह सहित कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।
जिले मे यदि राजनीतिक घराने का नाम लिया जाता है तो सबसे सबसे पहले कोठी का नम्बर आता है।
कुंवर जयेश प्रसाद के चाचा व पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के पिता कुंवर जितेंद्र प्रसाद उर्फ बाबा साहब लखनऊ से दिल्ली की राजनीति में सक्रिय रहे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जितेंद्र प्रसाद 1970 में एमएलसी रहे। 1971, 1980, 1984 और 1999 में शाहजहांपुर लोकसभा से चुनाव जीतकर सांसद बने। 1994 से 1999 तक राज्यसभा सदस्य भी रहे। जितेंद्र प्रसाद ने सोनिया गांधी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव भी लड़ा था। साल 2001 में उनकी मृत्यु के बाद जितिन प्रसाद ने कोठी की राजनीतिक विरासत संभाली और 2004 में शाहजहांपुर और 2009 में लखीमपुर खीरी के धौरहारा लोकसभा सीट से जितिन प्रसाद ने चुनाव जीता। दोनों बार वो मनमोहन सिंह की कैबिनेट में मंत्री भी रहे। 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के चलते जितिन प्रसाद चुनाव हार गए थे। जिसके बाद 2017 में कांग्रेस ने जितिन प्रसाद को तिलहर विधानसभा सीट से उतारा, लेकिन इस चुनाव में भी वो जीत हासिल नहीं कर सके।
जिले के राजनैतिक गलियारे में खास अहमियत रखने वाले कुंवर जयेश प्रसाद शाहजहांपुर के राजघराने के बड़े कुंवर हैं। वह राहुल गांधी के करीबी पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के चचेरे भाई हैं। इसके अलावा जयेश प्रसाद को बाहुबली नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का भी बेहद करीबी माना जाता है। कुं .जयेश प्रसाद दो बार एमएलसी रहे चुके है। सबसे पहले उन्होंने बसपा का दामन थामा। जब सत्ता बदली तो वह सपा में आ गए। हालांकि इससे पहले विधानसभा चुनाव में जयेश प्रसाद ने सपा से एमएलए के टिकट के लिए जोर आजमाइश की थी पर ऐसा हुआ नहीं। जिसके बाद धीरे-धीरे जयेश प्रसाद का झुकाव बीजेपी की तरफ होने लगा। अब जब निकाय चुनाव आया तो शाहजहांपुर की शहर नगरपालिका महिला सीट हुई। जयेश प्रसाद ने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओ से संपर्क करना शुरू किया। हालांकि उसमें वह कामयाब भी रहे। काफी दिन जयेश प्रसाद और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के बीच बैठकों का दौर चलता रहा। आखिरकार बीजेपी ने कुंवर जयेश प्रसाद की पत्नी नीलिमा प्रसाद को शहर नगरपालिका सीट का टिकट देकर भरोसा जता दिया।
निकाय चुनाव से पहले जितिन प्रसाद के भाई जयेश पत्नी के साथ बीजेपी में शामिल
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