अलीगढ़ । पिछले दिनों अपने घर में गणेश प्रतिमा स्थापित कर पट्टरपंथी मौलानाओं के निशाने पर आई भाजपा नेता रूबी आसिफ खान ने नवरात्रि में 9 दिनों के लिए अपने घर में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की है। वह अपने पति आसिफ खान के साथ बाजार गईं और दुर्गा प्रतिमा खरीद कर लाई। इस प्रतिमा को उन्होंने अपने घर में विधि विधान से स्थापित किया। उन्होंने कहा कि कट्टरपंथी उनके ऊपर लगातार हमलावर रहने रहे हैं, उनके खिलाफ फतवे जारी होते रहे हैं, लेकिन वह किसी से नहीं डरतीं। उन्होंने कहा कि मैं फतवा देने वालों को कहूंगी कि यह हिंदुस्तान है संभल जाएं वर्ना आगे बहुत नुकसान होगा।
दरअसल, भाजपा की जय गंज मंडल की उपाध्यक्ष रूबी आसिफ खान ने पिछले दिनों गणेश प्रतिमा अपने घर में स्थापित की थी। उसके बाद उनके खिलाफ मौलानाओं ने उनके खिलाफ फतवे जारी किए थे, लेकिन वह पीछे नहीं हटी थीं। उन्होंने 7 दिनों तक गणेश प्रतिमा को अपने घर पर रख उसका विसर्जन भी विधि विधान से नरौरा में किया था।
नवरात्र पर रूबी आसिफ खान फिर से दुर्गा प्रतिमा बाजार से खरीद कर लाई और अपने पति के साथ विधि-विधान से मूर्ति स्थापित की। वह 9 दिनों तक व्रत रखेंगी और उसकी पूजा करेंगी। उसके बाद उसका विसर्जन करेंगी।
रूबी ने बताया कि आज मैंने 9 दिनों के लिए दुर्गा माता की मूर्ति की स्थापना की है। मेरे मन में पूजा अर्चना की शुरू से ही आस्था है। मैं सभी तरह के त्यौहार मनाती आई हूं। मुझे अच्छा लगता है कोई भेदभाव न रहे, किसी के भी बीच। हिंदू मुस्लिम सब एक रहें। मैंने माता रानी से प्रार्थना की है कि इस देश में चैन, सुकून, अमन शांति इसी तरीके से रहे। सारे भेदभाव खत्म हो जाए। मैं अल्लाह ताला से यही दुआ करुंगी कि भेदभाव खत्म हो और ऐसे मौलवी जो पूरे देश को बर्बाद करना चाहते हैं उन को भगवान समझा दें। माता रानी से यही मांग है कि उनके दिमाग में यह बैठा दें कि हम सब एक हैं और हमें सारे त्योहारों को मनाना चाहिए।
ईद व दीपावली सब मिलकर मनाएं और किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं हो। मैंने 9 दिन के लिए माता रानी की मूर्ति की स्थापना की है और 9 दिन पूरे व्रत भी रखूंगी। वैसे ही जैसे रमजान में रखती हूं। मैं 9 दिन बाद उसका विसर्जन करने जाऊंगी। मैं ऐसा इसलिए करती हूं क्योंकि मुझे ऐसा करना अच्छा लगता है। उन्होंने कहा कि फतवे जारी करना जेहादियों का काम है। हमें हिंदू-मुस्लिम के बीच भाई-चारा विकसित करना होगा। हमें मिलजुल कर ऐसी संरचना का विकास करना है, जिसमें सभी धर्मों के लोग शांति और सम्मान के साथ रह सकें। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर बेवजह अंडंगेबाजी करने वाले लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि वे बेवजह समाज में जहर नहीं घोल सकें। समाज में बहुत सारे लोग मेरी बात के समर्थक हैं, लेकिन वे खुलकर मेरे साथ इसलिए नहीं आते क्योंकि वे डरते हैं कि इससे कहीं कट्टरपंथी नाराज न हो जाएं। वह डरते हैं क्योंकि उनको लगता है कि जो मेरे साथ हो रहा है वह उनके साथ ना हो। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे ऐसे तत्वों से न डरें, ऐसे लोगों को समाज में बेनकाब करने की जरूरत है। इनकी धमकियों से डरने की जरूरत नहीं है।
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