लखनऊ, 19 दिसम्बर। देश के क्रान्तिकारी आन्दोलन की महत्वपूर्ण घटना “काकोरी घटनाक्रम” के अमर शहीदों पं.राम प्रसाद ‘बिस्मिल’ ठाकुर रोशन सिंह, राजेन्द्र लाहिड़ी और अशफाक उल्लाह खाँ के बलिदान 19 दिसम्बर की स्मृति में उत्तर प्रदेश क्रान्तिकारी परिषद ने विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष 34वीं साइकिल यात्रा का आयोजन सुभाष चौक हजरतगंज से हरदोई रोड बाजनगर में स्थित काकोरी शहीद स्मारक तक किया गया। कार्यक्रम की मुख्यअतिथि पद्मश्री परवीन तलहा ने इस शहीद स्मृति यात्रा को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
बताते चलें कि 9 अगस्त, 1925 को काकोरी के निकट सहारनपुर पैसेंजन ट्रेन में रखे सरकारी खजाने को लूटकर देश के क्रान्तिकारियों ने ब्रिटिश सरकार को चुनौती दी थी, जिससे बौखलाई ब्रिटिश सरकार ने क्रान्तिकारी आन्दोलन को कुचलने के उद्देश्य से सघन छापेमारी और गिरफ्तारियाँ कर देश के क्रान्तिकारियों पर ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध युद्ध छेड़ने का कथित मुकदमा चलाकर निर्ममता से राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी को 17 दिसम्बर व पं० राम प्रसाद ‘बिस्मिल’, रोशन सिंह व अशफाकउल्लाह खाँ को 19 दिसम्बर को फाँसी के फंदे पर लटका दिया था, उन्हीं शहीदों के बलिदानों की स्मृति में 19 दिसम्बर को उत्तर प्रदेश क्रान्तिकारी परिषद जन सहयोग से साइकिल यात्रा आदि कार्यक्रमों का आयोजन करती आ रही है।
34वीं शहीद स्मृति साइकिल यात्रा सुभाष चौक से कैसरबाग बस अड्डा, अमीनाबाद, रकाबगंज, चौक, बालागंज, दुबग्गा होते हुए काकोरी शहीद स्मारक के मध्य खुनखुनजी कोठी, बालागंज समेत कई स्थलों पर अनिल मिश्र गुरुजी के लेखन निर्देशन व अभिनय से सजे नुक्कड़ नाटक ‘ लोकतंत्र के कुत्ते’ का प्रदर्शन करती हुई बढ़ती गई। देश की वर्तमान सामाजिक एवं राजनीतिक परिस्थितियों पर चोट करता नुक्कड़ नाटक प्रतिष्ठित नाट्य संस्था अमुक आर्टिस्ट ग्रुप के कलाकारों रामचन्दर, ज्योति, पूनम विश्वकर्मा, महेशचंद्र देवा, कंवलजीत सिंह, अंतरा द्वारा प्रस्तुत किया गया।
इस साइकिल यात्रा में जनसेवक राजा भाई, दिल्ली से पधारे शायर अरविन्द ‘असर’, पत्रकार राकेश राय, वरिष्ठ रंगकर्मी राजवीर रतन, संगीतकार इलियास खान, सोनल ठाकुर, अभिनीत जैन, अंशुमान दीक्षित, समाजसेवी कृष्णानंद, विष्णु पाण्डेय, हास्यकवि अनिल, अनूप मिश्र, सुरेन्द्र तिवारी, अजय नायक, रीता सिंह, रजनीकांत सोनकर, अर्चना जैन, अरविन्दपति त्रिपाठी आदि ने प्रमुखता से भाग लिया।