तसलीमा नसरीन, संजय मिश्रा, मुजफ्फ़र अली, तिग्मांशु धूलिया, सौरभ द्विवेदी, हिमांशु वाजपेयी, पंकज भदौरिया, अंशु खन्ना, कार्लाइल मैकफारलैंड, गुरचरण दास, अली महमूदाबाद, सत्य सरन, जॉन जुब्रिस्की, उस्ताद गुलाम सिराज नियाज़ी, निशि पाण्डे सहित तमाम नामचीन हस्तियों होंगे शामिल
लखनऊ, 6 फरवरी। कोशल लिटरेरी फेस्टिवल के दूसरे संस्करण में मशहूर हस्तियां शामिल होंगी। फेस्टिवल नौ से 11 फरवरी तक राजधानी के ला मार्टीनियर ब्वायेज़ कालेज में आयोजित किया जाएगा। समारोह में जान ज़ुब्र्स्की, मुजफ्फर अली, तिग्मांशु धूलिया, गुरचरन, सत्यसरन, तस्लीमा और पुष्पेश पंत जैसे अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विद्धान और कलाकार शामिल होंगे।
संस्थापक प्रशांतशील सिंह और समारोह निदेशक अमिताभ सिंह बघेल ने बताया कि पहले दिन नौ फरवरी को दोपहर एक बजे दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन के बाद दो बजे सी. मैकफारलैण्ड ’लीगेसी आफ ला मार्टीनियर क्लाउड मार्टिन एण्ड कान्स्टैण्टिया’ विषय पर विचार रखेंगे। इसी क्रम में प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन मुकेश मेश्राम संस्कृति के दर्पण में कौशल, सत्यसरन का ’फोर इण्टर कनेक्टेड लाइव्स’ पर व्याख्यान के बाद गुरसरन दास व जान ज़ुब्र्स्की से अली महमूदाबाद की बातचीत होगी। शाम साढ़े पांच बजे से सुर संगम के तहत रामपुर सहसवान घराने से ताल्लुक रखने वाले हांगकांग के फनकार उस्ताद गुलाम सिराज नियाज़ी का गायन होगा।
समारोह के दूसरे दिन 10 फरवरी को सुबह 11ः20 बजे से विपुल वार्ष्णेय की पुस्तक अयोध्या की लांचिंग के साथ लेखिका की चंद्रशेखर वर्मा से बातचीत तय है। दोपहर 12 बजे एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के नए संस्करण की लॉन्चिंग होगी। आगे शरद बिन्दल की इशिता सिंह से बात, विरसा ए अदब मुंशी नवल किशोर विषय पर हिमांश बाजपेयी और अभिषेक शुक्ला की पवन कुमार से चर्चा, सफीर अहमद से गौरव प्रकाश पर बात, गुरचरन दास और सफीना ख़ान की मौजूदगी में पुस्तक अनदर सार्ट आफ फ्रीडम और जान ज़ुब्र्स्की और अमिताभ सिंह बघेल की उपस्थिति में किताब डेथरोन्ड की लांचिंग होगी। साथ ही अंतिम सत्र में सौरभ द्विवेदी 4ः10 बजे से ‘रीडिंग इन द एज आफ रील्स’ विषय पर बात रखेंगे। शाम के साढ़े पांच बजे के विशेष सत्र में ‘दिल की कलम से’ कार्यक्रम में शायर चन्द्रशेखर वर्मा और प्रभा श्रीवास्तव देखने-सुनने वालों के सामने होंगे।
अंतिम दिन 11 फरवरी को 11 बजे ‘खुफियागीरी इन अवध’ विषय पर रिचा एस मुखर्जी से गौरव प्रकाश बात करेंगे। ‘रिफ्लेक्शन इन द मिरर आफ लखनऊ’ विषय पर फिल्मकार मुजफ्फर अली, गुरचरन दास, जाने जुब्र्स्की, पुष्पेश पंत निशी पाण्डेय के साथ मंच पर होंगे। फिल्मकार मुजफ्फर अली एक बार फिर अपने रचनात्मक रहस्यवाद का उद्घाटन करने के लिए सत्यसरन के सामने होंगे। ‘साउण्ड ऑफ पोयट्री’ विषय पर कस्तूरिका मिश्रा दीपक बलानी के साथ मंच पर होंगी।
इसी क्रम में ‘लज्जाः बर्निंग रोजेज’ विषय पर तस्लीमा नसरीन से संजय सिंह बात करेंगे। ‘जायके अवध के’ विषय पर पुष्पेश पंत और शैफ पंकज भदौरिया मंच पर होंगे। ‘किस्सेबाज़ी’ को लेकर फिल्मकार तिग्मांशु धूलिया निशि पाण्डेय प्रेक्षकों के समक्ष होंगे। आखिरी शाम छह बजे से होने वाले मुशायरे में जिया अल्वी, अकील नोमानी, पवन कुमार, अजहर इकबाल, मनीश शुक्ला और अभिषेक शुक्ला जैसे शायर श्रोताओं को अपने कलाम से नवाजेंगे।