इस बार शीतला अस्टमी 17 मार्च दिन सोमवार को पड़ रही है। इस पवित्र पर्व पर लखनऊ के टिकैत राय तालाब स्थित माता शीतला देवी मंदिर में महिलाएं पूरे विधि विधान से पूजा पाठ करती हैं।
मान्यता है कि इस मंदिर में माता रानी के दिए हुए आशीर्वाद से हर किसी की मनोकामना पूर्ण होती है। यही कारण है कि उनकी प्रसिद्धि के चलते यहाँ आठों का मेला लगता है और लोग दूर- दूर से माता के दर्शन को आते हैं इस प्राचीन मेले में लोग माता के दर्शन के बाद मेले का आनंद उठाते है।
शीतला अष्टमी के पर्व पर चौक फूलमती मंदिर में होता है भव्य भजन-कीर्तन
होलिकोत्सव के अंतिम दिन अष्टमी पर शीतलाष्टमी के उत्सव पर चौक के डेढ़ सौ साल पुराने फूलमती मंदिर में परंपरा के अनुसार मनायी जाती है। इस मौके पर सुहागिन महिलाएं सुहाग की कामना से माता फूलमती शीतलादेवी को चांदीसोने की नथ और मांग टीका अर्पित करती हैं। बसोड़ा पर्व के अवसर पर गुलगुला, पूड़ी, हलवा, केसरिया खीर का छप्पन भोग लगाया जाता है।
इस दौरान यहाँ फूलों की होली खेली जाती है। यहाँ होली के गीतों पर नाचते झूमते हर उम्र के भक्तों का उत्साह देखते ही बनता है। इस महा पर्व भंडारे का आयोजन किया जाता है जिसमे लोग बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। मंदिर के पुजारी गौरीशंकर कहते हैं कि 150 साल पहले मन्दिर में बने कुएं से दो मूर्तियां निकली थी। बाद में मूर्तियों को स्थापित करके शीतला अष्टमी मेला व आयोजन होने लगा। फोटो: आज़म हुसैन