बुद्ध के बाद वो भी कलियुग का उद्धार कर गये।
दलितों-पिछड़ों को भी जीने का अधिकार दे गये।।
पशुओं से भी बद्तर थी जिंदगी जिनकी।
उनको संविधान के द्बारा बेहतर सम्मान दे गये।।
इंसानों को इंसानों में शामिल कर इतिहास रच गये।
जो न कर पाये अवतार वो देखो भीमराव कर गये।।
मानवता का सच्चा वो अध्याय रच गये।
सामंतवादी कुरीति पर शांति का प्रहार कर गये।।
वंचितों को भी सपने देखने का अधिकार दे गये।
अवतारों से बढ़कर अम्बेडकर नेक कार्य कर गये।।
धरती से ज्यादा असीम धैर्य था जिन पर।
ऐसे वर्ग को देखो मानव होने का वरदान दे गये।।
– राहुल कुमार गुप्त
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