लखनऊ, 11 जनवरी: मायावती के इंडिया गठबंधन में शामिल होने के मुद्दे पर आखिरकार अखिलेश यादव जी मान ही गए उन्होंने कहा कि मायावती बड़ी नेता हैं उम्र में बड़ी हैं, उनका सम्मान करना चाहिए। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश के बीच में इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर 12 जनवरी को बात होगी। इस बातचीत में बसपा का गठबंधन में आना महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बसपा के मौजूदा सांसद ने भी सूचना दी है कि बसपा, कांग्रेस, सपा और रालोद 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए को हारने में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के विधायकों के मुताबिक बसपा सुप्रीमो मायावती को इंडिया गठबंधन में शामिल करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व बातचीत कर रही है। अखिलेश ने अपने विधायकों से कहा कि मायावती बड़ी नेता हैं। उम्र में बड़ी हैं। उनका सम्मान करना चाहिए।
अखिलेश यादव ने बलिया में अपने बयान के बाद बसपा के साथ बढ़ी तल्खी पर भी बोला। उन्होंने कहा कि उनके बयान का गलत अर्थ निकाला गया। बलिया से अखिलेश यादव के बयान और बढ़ी तल्खी को उनके करीबी संजय लाठर ने भी बड़ी गंभीरता से लिया था, लेकिन सपा अध्यक्ष के बयान के बाद अब उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के रणनीतिकार और राजनीति में सक्रिय नेता का कहना है कि हमारी कोशिश सभी विपक्षी दलों को साथ लाकर और एकजुटता के साथ चुनाव लड़ना है। सब पूरी ताकत से मिलकर लड़ेंगे, तो भाजपा और एनडीए को कड़ी चुनौती दी जा सकती है।
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उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय भी इसी से सहमत बताए जाते हैं। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश के प्रभारी अविनाश पांडे राज्य में पार्टी को मजबूत बनाने पर काम कर रहे हैं। कांग्रेस के ही कानपुर क्षेत्र के एक नेता ने कहा कि रालोद के मुखिया जयंत चौधरी समाजवादी पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं, लेकिन जयंत भी चाहते हैं कि विपक्षी गठबंधन में बसपा शामिल हो।