भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने बीते दिनों फर्जी वीडियो और फोटोज को लेकर हुए कंट्रोवर्सी मामले में ऑनलाइन प्रकाशनों/लेखों के लिए कई संस्थानों को लीगल नोटिस अपने एडवोकेट अशोक मिश्रा के जरिए नोटिस भेजा है। अक्षरा सिंह ने अपने वकील के माध्यम से नोटिस में कहा है कि इस तरह की अपुष्ट और भ्रामक खबरों से उनकी सद्भावना, छवि और प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ है, इसलिए बिना शर्त 7 दिनों के अंदर लिखित सार्वजनिक माफी मांगेंगे। अन्यथा मानहानि के लिए दीवानी और आपराधिक दोनों तरह से कार्रवाई को बाध्य होना होगा।
नोटिस के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए अक्षरा सिंह की ओर से एडवोकेट अशोक मिश्रा ने कहा कि मेरी क्लाइंट सुश्री अक्षरा सिंह बेहद प्रसिद्ध और सम्मानित अभिनेत्री हैं जो मुख्य रूप से भोजपुरी फिल्मों में सक्रिय हैं। वे एक दशक से फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं और उन्हें उनके योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित अवॉर्ड से सम्मानित भी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि मेरी क्लाइंट का भोजपुरी फिल्म उद्योग में सबसे लोकप्रिय व्यक्तित्व हैं और उन्होंने रियलिटी शो जैसे बिग बॉस और अन्य प्रसिद्ध टीवी शो में भी काम किया है। उनका सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर विशेष रूप से इंस्टाग्राम (5.5 मिलियन फॉलोअर्स), फेसबुक (9.4 मिलियन फॉलोअर्स), यूट्यूब चैनल (3.93 मिलियन फॉलोअर्स) और ट्विटर (36.2 मिलियन फॉलोअर्स) पर बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है। उन्होंने अपने प्रतिष्ठा और कद बनाने के लिए पिछले एक दशक में कड़ी मेहनत की है।
एडवोकेट अशोक मिश्रा ने कहा कि लेकिन 3 अप्रैल, 4 अप्रैल और 5 अप्रैल 2023 को निराधार, अनुचित और अपुष्ट तरीके से भ्रामक खबरों का प्रकाशन मेरी क्लाइंट अक्षरा सिंह के खिलाफ किया गया है, जिससे मेरी क्लाइंट की सद्भावना, छवि और प्रतिष्ठा को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है। मेरी क्लाइंट का कहना है कि उक्त ऑनलाइन प्रकाशनों/लेखों और प्रकाशित किए गए वीडियो निराधार, अनुचित, अपुष्ट, झूठे, दुर्भावनापूर्ण और मानहानि कारक प्रकृति के हैं। ये ऑनलाइन प्रकाशन / लेख और वीडियो झूठे हैं और अभी तक सत्यापित नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि उक्त ऑनलाइन प्रकाशन दिनांक 03.04.2023 या 04.04.2023 या 05.04.2023 को अपनी आधिकारिक वेबसाइटों पर प्रकाशित करने के लिए आप सभी प्राप्तकर्ताओं द्वारा किए गए अपराध, अधिनियम की धारा 499 के तहत उल्लिखित मानहानि की परिभाषा द्वारा पूरी तरह से कवर किए गए हैं। इसलिये कानूनी नोटिस की प्राप्ति से 07 (सात) दिनों के भीतर मेरे मुवक्किल से बिना शर्त लिखित सार्वजनिक माफी मांगेंगे। जिसके विफल होने पर, हमें मानहानि के लिए दीवानी और आपराधिक कार्रवाई को बाध्य होना होगा।