जेल से छूटे छात्र विवि पहुँचें और डॉ. अम्बेडकर प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
लखनऊ, 28 अप्रैल: बीबीएयू में आंदोलन कर रहे छात्रों को गुरुवार देर रात यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर जिला जेल में डाल दिया था। शुक्रवार को देर शाम गिरफ्तार छात्रों को बेल की स्वीकृति मिल गयी। शनिवार को सुबह सभी छात्र जेल से छूट गये। शाम जेल से छूटे छात्र विवि पहुँचें और डॉ. अम्बेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। फिलहाल इतने बड़े धरना प्रदर्शन और पुलिसिया कार्रवाई झेलने के बाद छात्रों की एक भी मांग नहीं पूरी हुई। लेकिन आंदोलनकारी छात्र जेल पहुंच गये। छात्रों ने विवि प्रशासन की इस कार्रवाई को तानाशाही बताया है।
आंदोलनकारी छात्रों की यह हैं प्रमुख मांगें
- मारपीट घटना के लिए उकसाने वाले सुरक्षाधिकारी बी०एस०सैनी व मारपीट में शामिल सुरक्षाकर्मियों पर अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जाय।
- प्राक्टर व सुरक्षा अधिकारी की जांच की प्रक्रिया के दौरान तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटाया किया जाय।
- SIS एजेंसी के द्वारा जो चार नामजद व 25 अज्ञात छात्रों के ऊपर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया गया है, उसे वापस लिया जाय।
मालूम हो कि बीबीएयू में बीते 17 अप्रैल को सुरक्षा कर्मियों ने छात्रों को पीट दिया था। जिसको लेकर छात्र आंदोलन कर रहे थे, आंदोलन के दौरान कई छात्र भूख हड़ताल पर बैठ गये। कई छात्रों की तबियत भी बिगड़ी थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।आंदोलन के दौरान कई दिन छात्रों और विवि प्रशासन बातचीत हुई लेकिन आंदोलन का कोई समाधान नहीं निकला, उलटे पुलिस कि कार्रवाई झेलनी पड़ी।
वहीं कई छात्राओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया, लेकिन कुछ देर बाद छोड़ दिया गया। सूत्रों के अनुसार सुरक्षा एजेंसी के मैनेजर द्वारा मारपीट के प्रकरण में चार नामजद और 25 अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करायी थी। उनमें से नामजद छात्रों को विवि में प्रतिबंधित कर दिया है, कुलानुशासक संजय कुमार ने अश्वनी कुमार, आलोक कुमार राव, विकास कुमार और राहुल कुमार को तीन महीने तक विवि से निलंबित कर दिया है। इस दौरान विवि परिसर में वह नहीं आ सकेंगे। छात्रों ने आरोप लगाया कि विवि प्रशासन लगातार छात्रों का दमन कर रहा है।