मुहूर्र्त के अलग अलग मत:
लखनऊ : शुभ मुहूर्र्त सुबह 6 :13 से लेकर सूर्य डूबने से पहले 5 :27 तक भी रहेगा
दिल्ली , रायपुर : बीते बुधवार दोपहर 3.35 बजे से शुरू हुआ था शुभ मुहूर्र्त,
आज गुरुवार 27 अक्टूबर को दोपहर 2.12 बजे तक रहेगा मुहूर्र्त
भाईदूज इस बार कुछ खास है क्योंकि इस बार 50 साल बाद तीन योग एक साथ बन रहे हैं। सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही इस बार आयुष्मान तथा सौभाग्य योग भी है। तीनों योग एक साथ होने से इस बार भाईदूज की पूजा मांगलिक कार्यों के लिए शुभ होने के साथ भाई की आयु बढ़ाने वाली तथा आर्थिक स्थिति में सुधार करने वाली होगी। ऐसा हम नहीं पंचांग बोल रहा है।
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि का प्रारंभ बुधवार दोपहर 3 बजकर 53 मिनट पर हो गया है। इसका समापन अगले दिन 27 अक्टूबर गुरुवार को दोपहर 2.12 मिनट पर होगा। उदया तिथि के आधार पर भाई दूज का त्योहार 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा। उदया तिथि होने के कारण गुरुवार को पूरे दिन भाइयों की पूजा की जा सकती है। प्रातः 8:06 से 10:24 तक स्थिर लग्न और मध्यान्ह 11:24 से 12:36 तक विशिष्ट अभिजीत मुहूर्त रहेगा।
एक लखनऊ के स्थानीय अखबार के मुताबिक भाई दूज का शुभ मुहूर्र्त सुबह 6 :13 से लेकर सूर्य डूबने से पहले 5 :27 तक भी रहेगा।