हारी हुई 14 सीटों को जीतने का मिला मंत्र, 1 बूथ 20 यूथ पर होगा फोकस
उत्तर प्रदेश में हुए उपचुनाव में आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा की जीत को भाजपा 2024 चुनावी जीत का संकेत मान रही है। भाजपा नेता मिशन 2024 में 80 सीटों के सियासी समीकरणों को साधने में जुटे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार बुधवार सुबह पार्टी कार्यालय में हुई बैठक में 2019 में हारी हई 14 सीटों के प्रभारियों और संयोजकों ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान भाजपा संगठन महामंत्री सुनील बंसल, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहे। भाजपा का अब फोकस पॉइंट 14 लोकसभा सीटों पर है।
बता दें कि सीएम योगी ने उपचुनाव से पहले लोकसभा की 75 प्लस सीट का लक्ष्य दिया था, लेकिन अब पूरी की पूरी 80 सीटों पर जीत का दावा किया है। इसके लिए बूथ को मजबूत करने पर फोकस करने का मंत्र दिया गया। इनमें रायबरेली, लालगंज, संभल, मुरादाबाद, मैनपुरी, गाजीपुर, घोसी, श्रावस्ती, अमरोहा, बिजनौर, जौनपुर, नगीना, सहारनपुर की लोकसभा सीट शामिल हैं। उपचुनाव में लोगों ने भाजपा को पहली पसंद माना, इसलिए रामपुर और आजमगढ़ की लोकसभा सीटें इस लिस्ट से बाहर हो गईं। भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, भाजपा अटल जी के वाक्य भाजपा या तो जीतती है या सीखती है पर आगे बढ़ रही है।
गोरखपुर और फूलपुर की पिछली हार से सीखकर आजमगढ़ और रामपुर को जीत लिया है। भाजपा का मूल मंत्र मेरा बूथ, सबसे मजबूत है। विधायक और सांसदों को विधानसभा और लोकसभा के हारी हुई सीटों का प्रभारी बनाया गया है। उन सीटों पर हार की वजहों की जानकारी जुटानी है। इन विधायक और सांसदों के फीडबैक के आधार पर पार्टी नई रणनीति तय कर रही है।
अब लोकसभा चुनाव 2024 बहुत दूर नहीं, इसलिए भाजपा की रणनीति सपा के एम-वाई फैक्टर यानी मुस्लिम-यादव वोटर को तोड़ने की है। हाल में जीती हुई दोनों सीटें इसी फैक्टर वाली थीं। भाजपा के प्रत्याशियों ने मुस्लिम और यादव दोनों कम्युनिटी के वोट हासिल किए। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उपचुनाव में इन दोनों सीटों पर हुई हार जीत का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। परशेप्सन के खेल में भाजपा विपक्ष से कहीं आगे निकल गई है। भाजपा 2024 में इसका जरूर फायदा लेना चाहेगी। भाजपा अगले लोकसभा चुनाव में मिशन 75 प्लस के नारे के साथ आगे बढ़ रही थी। 29 मई को लखनऊ में हुई प्रदेश कार्य समिति की बैठक में भी इसी बात को लेकर मंथन हुआ था। आने वाले चुनाव में यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से 75 पर कमल खिलाना है। खुद सीएम ने भी 80 में से 75 सीटें जीतने का मंत्र दिया था।
आजमगढ़ और रामपुर में हुए उपचुनाव में मिली जीत के बाद सीएम योगी ने पार्टी दफ्तर में प्रेसकॉन्फ्रेंस कर अब 80 सीटें जीतने का दावा किया है। उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से भाजपा गठबंधन के पास पहले से ही 64 सीटें हैं।