उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के एक रथ के मुकाबले भाजपा के छह रथ नाकाम साबित हो रहे हैं। समाजवादी विजय रथ के पहिए जहां-जहां घूम रहे हैं, जनसमर्थन की आंधी उठ रही है। हर तरफ उमड़ता जनसैलाब संकेत दे रहा है कि अब भाजपा के दिन बीत गए हैं। समाजवादी विजय रथ अबाधगति से बढ़ता हुआ प्रचंड बहुमत के रास्ते को प्रशस्त करने में सफल होगा।
ये बातें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कही। वे बुधवार को डॉ0 राममनोहर लोहिया सभागार, लखनऊ में एकत्र बड़ी संख्या में समर्थकोें एवं कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सन् 2022 में लोकतंत्र को बचाने का अंतिम चुनाव है। भाजपा अपनी नाकामियों को लेकर बुरी तरह बौखला गई है। विधानसभा चुनावों में अपनी हार सुनिश्चित देखकर भाजपा लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या पर उतारू हो गई हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ जब राजनीति में विश्वास का संकट पैदा हुआ है। सत्ताशीर्ष की भाषा अभद्र, मर्यादाविहीन और निंदापरक होती जा रही है। भाजपा का कोई विजन न होने से प्रदेश का विकास अवरुद्ध है। किसान तबाह है, नौजवान रोजगार के लिए भटक रहे हैं। उद्योग और कामधंधे बंद है। भाजपा राज में प्रदेश की जनता कराह रही है। चारों ओर समाजवादी पार्टी की लहर चल रही है। जनता ने मन बना लिया है कि वह इस बार भाजपा को ऐतिहासिक पराजय से परिचय होगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अपना काम बताने लायक कुछ भी नहीं है। भाजपा विरोधियों को प्रताड़ित करने और झूठ-फरेब की राजनीति करती है। चूंकि अब भाजपा अपनी निश्चित हार से डरी-सहमी है इसलिए वह षड्यंत्र करने में लगी है। जनता इससे भलीभांति अवगत है और वह किसी भी हालत में अब भाजपा को जीतने नहीं देगी। जनता समाजवादी पार्टी की जीत में ही अपनी जीत मान रही है।