ट्रिपल तलाक को दुनिया के 50 से ज्यादा इस्लामिक देशों में से 24 देशों ने अपने संविधान से निकाल कर बाहर फेंक दिया, तो भारत में विरोध क्यों
जौनपुर, 14 अगस्त 2018: तीन तलाक को मुस्लिम महिलाओं के शोषण का हथियार बताते हुए मशहूर फिल्म अभिनेत्री एवं पूर्व सांसद शबाना आजमी ने सोमवार को कहा कि देश में इस देश की परंपरा को रोकने के लिए सरकार की पहल को खुले दिलो- दिमाग से स्वागत करना चाहिए।
शबाना ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ट्रिपल तलाक बीते कई दशकों से मुस्लिम महिलाओं का शोषण करता चला आ रहा था और जो कानून महिलाओं का शोषण करें, उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। भारतीय संविधान इस मनमानी की इजाजत नहीं देता। ऐसे में सरकार ने जो कानून बनाया है उसका सबको मिलकर स्वागत करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि दुनिया में 50 से ज्यादा इस्लामिक देशों में से 24 देशों ने ट्रिपल तलाक को अपने संविधान से निकाल कर बाहर फेंक दिया है और भारत में जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं। वह सरासर गलत है भारत सेकुलर देश है और संविधान नहीं यहां सब को अपना हक लेने का अधिकार दिया है अभिनेत्री शबाना आजमी ने कहा कि निर्भया कांड के बाद जस्टिस वर्मा ने जो रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी।
उसमें सख्त कानून के साथ-साथ समाज को जागरुक करने की बात कही गई थी। इसके बाद देश की संसद में कानून में बदलाव कर सकता कानून दुष्कर्म को लेकर नया कानून बनाया था। इसके बावजूद आज जिस तरह से देश में दुष्कर्म की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। यह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि जो भी ऐसे घृणित कार्य में दोषी पाया जाता है उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए जिससे समाज को संदेश मिल सके अक्सर देखने में आता है कि लोग घटना के बाद कानून के लचीलेपन की वजह से छूट जाते हैं इसलिए ऐसे मामलों की सुनवाई पासपोर्ट में की जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जा सके।