लखनऊ। ऐशबाग जल संस्थान कालोनी की ओर से गणेश चतुर्थी के अवसर पर ऐशबाग स्थित जल संस्थान शिव मंदिर परिसर में चल रहे पांच दिवसीय तृतीय विशाल गणेशोत्सव एवं सांस्कृतिक संध्या के दूसरे दिन भक्तिमय और देशभक्ति से ओतप्रोत लोकनृत्यों संग बृज की फूलों की होली की मोहक छठा बिखरी।
इस अवसर पर पंडित ललित मिश्रा ने यजमान उपेन्द्र पांडेय, अर्चना पांडेय एवं जल संस्थान कालोनीवासियों ने गणपति बप्पा की विधि विधान से पूजा अर्चना कर सभी के लिए सुख समृद्धि, ज्ञान, दुख दरिद्रता को दूर करने के प्रार्थना की जिससे सभी का कल्याण हो सके। अनामिका मिश्रा ने इस बात की जानकारी दी कि संगीत से सजे सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत अनुष्का, दिव्यांशी, अंकिता ने गणेश वंदना पर भावपूर्ण नृत्य से विघ्न विनाशक भगवान गणेशजी के चरणों में अपनी अगाध श्रद्धा अर्पित की।
इसी क्रम में मुस्कान और शिवांगी ने श्याम बंशी बजाते हो पर बृज लोकनृत्य की मनोरम छटा बिखेरी। हदय को हर्षातिरेक से भर देने वाली इस प्रस्तुति के बाद अनामिका मिश्रा के निर्देशन में अनुष्का, दिव्यांशी, अंकिता, मुस्कान, शिवांगी, सोनी और युवी, अंकिता ने फाग खेलन बरसाने में आए है पर बृज की फूलों की होली खेलते हुए भावपूर्ण अभिनय युक्त नृत्य प्रस्तुत कर भक्तों को भक्तिपूर्ण वातावरण में थिरकने पर विवश कर दिया। मन को मोह लेने वाली इस प्रस्तुति के उपरांत सोनी और युवी ने तुझको फिर से जलवा पर अभिनय युक्त नृत्य प्रस्तुत कर सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम को एक नई ऊंचाइयों पर ले जाया गया।
इसी क्रम में सोनी ने देशभक्ति गीतों की श्रंखला पर देशभक्ति से ओतप्रोत नृत्य की प्रस्तुति कर भक्तों की असंख्य तालियां बटोरी। इस देशभक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुति के बाद अंकिता ने तुम लौट के आओ ना गजानन पर भावपूर्व नृत्य प्रस्तुत कर भक्तों भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम के अंतिम सोपान में गजानंद पर अनुष्का, दिव्यांशी ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर भगवान गणेश के चरणों अपनी आस्था के पुष्प अर्पित किए।
इस मौके पर बच्चों ने रंग-बिरंगे फूलों की पंखुरियों से विघ्नहर्ता गणेश एवं सुन्दर आकृतियों की रंगोली बनाई थी जिसे देखने के लिए भक्तों का भीड़ उमड़ी। रंगीन कागजों की झालरों, पेड़ों के पत्तों से मंगलमूर्ति का अलौकिक श्रृंगार किया गया था। गणेश के भव्य दरबार की साज सज्जा बनारसी सांड़ियों से की गई थी। सायंकाल गणेशजी को अतिप्रिय मोदक, पंच मेवों एवं फलों का भोग लगाया। सभी भक्तजनों को भगवान का भोग लगा हुआ प्रसाद संध्या आरती के पश्चात वितरित किया गया।