टमाटर ने मंहगे दामों में बिककर अख़बारों की खूब सुर्खियां बटोरी, लोग टमाटर पाने के लिए हाय- तौबा मचाने लगे थे यहाँ तक कि सरकार को कोसने में भी कोई कोताही नहीं छोड़ी! अब जबकि बारिश कम हुयी तो बाहर से माल धड़ाधड़ देश में आने लगा, अब ऐसे में दाम का कम होना स्वाभाविक है दाम जैसे कम हुए तो टमाटर के भाव भी कम हो गए। ऐसे तो कार्टून शायद आपको थोड़ा गुदगुदा सकें।