लखनऊ, 15 नवम्बर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता व मऊ जिला पंचायत अध्यक्ष मनोज राय ने कहा कि जिस पार्टी का मुखिया अपनी सीट पर उप चुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं जिता सका, उसके द्वारा भाजपा जैसी जनहितैषी पार्टी को हराने का दंभ भरना हास्यास्पद है। पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) का नारा देने वाले सिर्फ अपने परिवार को छोड़ किसी गरीब का भला नहीं किये और आज जातिगत आधार पर लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
एक समाचार एजेन्सी बातचीत करते हुए मनोज राय ने कहा कि पूर्वांचल की सीट पर एक भी दूसरी पार्टी जीत दर्ज नहीं कर सकती। सपा और बसपा भी गठबंधन करके देख चुकी हैं। कांग्रेस का उप्र में जनाधार नहीं है। ऐसे में किस आधार पर अखिलेश यादव जीतने का दंभ भर रहे हैं। यह सोच से परे हैं। हकीकत तो वे भी जानते हैं कि लोकसभा चुनाव में उनकी दाल गलने वाली नहीं है।
मनोज राय ने कहा कि भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता चुनाव की दृष्टि से नहीं, जनहितार्थ की दृष्टि से हर वक्त जनता के बीच रहकर काम करता है। आमजन की बातों को सरकार तक पहुंचाने का काम करता है। दूसरी पार्टियां सिर्फ सोशल मीडिया पर काम करती हैं। यही कारण है कि भाजपा हर घर में पहुंच चुकी है। आज स्थिति यह है कि परिवार का ही यदि एक सदस्य दूसरी पार्टी का नेता है तो दूसरा सदस्य भाजपा की विचारधार को मानता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने हर वर्ग, हर धर्म के लिए काम किया है। अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भी इस बात को जानते हैं और सहमत हैं। सरकार की किसी भी योजना में भेदभाव नहीं किया जाता, जबकि समाजवादी पार्टी की सरकार में नौकरियां भी कुछ परिवार के सदस्यों अथवा उनकी सिफारिश पर दी जाती थीं। व्यक्ति की योग्यता नहीं, सिफारिश करने व्यक्ति की पहुंच का आधार ही उसकी योग्यता निर्धारित करती थी।