चीन में हालात बहुत बुरे हैं एक ट्विटर हैंडलर ने लिखा ये दर्दनाक तस्वीरें चीन की है। जानकारी के मुताबिक कोरोना महामारी से 20-30 लाख चीनी नागरिकों की मौत हो गई है। चीन के हालात इतने भयावह है शवदाह के लिए 20 से 72 घंटे का इंतज़ार करना पड़ रहा है।
ये दर्दनाक तस्वीरें चीन की है। जानकारी के मुताबिक #corona महामारी से 20-30 लाख चीनी नागरिकों की मौत हो गई है। चीन के हालात इतने भयावह है शवदाह के लिए 20 से 72 घंटे का इंतज़ार करना पड़ रहा है #chinacovid #China #coronavirus pic.twitter.com/vbhPSImxRp
— Rahul Sisodia (@Sisodia19Rahul) December 20, 2022
कोऱोना को लेकर बिल गेट्स की धमकी को हल्के में न ले दुनिया। इसी ने पहली लहर के पहले भी बताया था और अब फिर धमका रहा है….!!!
जिस तरह बिल गेट्स ने पिछले दशक में ही न्यू वर्ल्ड आर्डर की जरूरत को लेकर विवादित बयान दिया था। जिसमें कहा था कि पृथ्वी पर इंसानों की संख्या बढ़ती जा रही है और जीवित रहने के लिए आवश्यक संसाधन भोजन पानी आदि कम पड़ते जा रहे हैं। लिहाजा अपने अस्तित्व को बचाये रखने के लिए पृथ्वी की मानव आबादी सात अरब से घटाकर तीन अरब के आसपास करनी होगी। हालांकि इसका एक दूसरा पहलू ये है कि पूंजीवादी ताकतों का पिछली शताब्दी का विकास आर्थिक माडल फ्लाप साबित हुआ है।
इन्होंने विकास के नाम पर उद्योग धंधे सड़क पुल इमारतें तकनीकी गैजेट मशीन धन दौलत आदि को मानक बनाया और इसकी आड़ में शिक्षा, स्वास्थ्य आदि को भी बाजारू बना दिया। भोजन पानी हवा को इस कृत्रिम विकास ने इतना प्रदूषित कर दिया कि अब इनसे जीवन संभाले नहीं संभल रहा। लिहाजा अपने इस विकास के आर्थिक माडल की विफलता को पूंजीवादी ताकतें कोरोना की आड़ में छिपा रही हैं।
एक खबर के मुताबिक चूंकि बीसवीं शताब्दी की तरह अब आमने सामने युद्ध और परमाणु अस्त्र के जरिए व्यापक नर संहार संभव नहीं है लिहाजा दुनिया पर नियंत्रण करने वाली वैश्विक ताकतों ने जैविक अस्त्र को आजमाने की योजना बनाई है जिसका नाम कोरोना वायरस है। निशाना मुख्य रूप से पहले चीन और उसके बाद भारत था मगर कहते हैं न कि जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है वो अपने ही खोदे गड्ढे में गिर भी जाता है। इस मामले में भी यही हुआ ये वायरस छोड़ा तो गया मगर एक बार जब छूटा तो फिर नियंत्रण से बाहर हो गया और अब अमरीका समेत पूरी दुनिया इसकी चपेट में है।
अंत में एक बात जाते जाते बता दूं कि मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है वही होता है जो मंजूरे बाबा होता है। दुनिया के मुट्ठी भर प्रभावशाली ताकतवर और संपन्न लोग पृथ्वी से कमजोर शोषित गरीब आबादी को खत्म करना चाहते हैं मगर देखना बचेंगे यही क्योंकि इनके पास सहने की ताकत जो है। इंसानों की जो प्रजाति अपनी सरकारों के संरक्षण में पल रहे भ्रष्ट नेताओं, अधिकारियों, न्यायाधीशों, पूंजीपतियों और मीडिया की खुली लूट का विरोध न कर सहते रहते हैं उन्हें ये साला कोरोना क्या मारेगा? हां ये मरेंगे लेकिन डर कर मरेंगे, हदस कर मरेंगे तो ये डराओ धमकाओ हदसाओ का खेल फिर चालू होने वाला है।
प्रकृति ने अभी भी वक्त दिया है संभलने का और मानव सभ्यता के बचाने का इसलिए मंथन करें बचने का रास्ता ढूंढें।
- राजीव तिवारी बाबा