वेटिकन के धोखाधड़ी और जबरन वसूली मामले में बचाव पक्ष के वकीलों ने अभियोजकों पर सबूतों को दबाकर अदालत के एक आदेश की अवहेलना का आरोप लगाया। इन साक्ष्यों में पोप फ्रांसिस से कथित पूछताछ शामिल है। लंदन में संपत्ति में निवेश में पोप की खुद की भूमिका से संबंधित मामला एक बार फिर अदालत में सुनवाई के लिए आए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वेटिकन सिटी स्टेट ट्रिब्यूनल के अध्यक्ष गिउसेप्पी पिग्नाटोन ने कहा कि वह अभियोग को नामंजूर करने के बचाव पक्ष के नये अनुरोध पर एक दिसंबर को व्यवस्था देने वाले है। पिग्नाटोन अभियोजकों की कुछ त्रुटियों की वजह से कुछ वादियों के खिलाफ अनेक आरोपों को पहले ही रद्द कर चुके हैं।
पिग्नाटोन ने अदालत से कहा, ‘स्पष्ट है कि हमें शुरू करने से पहले और समय चाहिए, अगर हम शुरू कर सके तब।
मामला लंदन में आलीशान संपत्ति में सेक्रेटेरियट ऑफ स्टेट के 35 करोड़ यूरो के निवेश से संबंधित है जिसमें अधिकतर धन अनुयायियों के चंदे से आया।
वेटिकन के अभियोजकों ने इतालवी बिचौलियों और वेटिकन के अधिकारियों पर सौदे में ‘होली सी’ के साथ धोखाधड़ी और संपत्ति पर नियंत्रण पाने के लिए वेटिकन से 1.5 करोड़ यूरो वसूलने का आरोप लगाया है।