आरक्षण समर्थकों का बड़े आन्दोलन का ऐलान
संविधान निर्माता बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर के 66वें परिनिर्वाण दिवस पर पूरे उत्तर प्रदेश में 8 लाख आरक्षण समर्थकों ने सभी जनपदों में बाबा साहब को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। आज प्रान्तीय संयोजक मण्डल द्वारा फील्ड हास्टल में बाबा साहब को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए आरक्षण को बचाने का संकल्प लिया गया। सभी जनपदों में आरक्षण समर्थकों द्वारा इस अवसर पर आरक्षण पर हो रहे लगातार कुठाराघात को रोकने का संकल्प लिया और कहा जब तक बाबा साहब द्वारा बनायी गयी संवैधानिक व्यवस्था के तहत 8 वर्षों से लम्बित पदोन्नति में आरक्षण का बिल पारित नहीं हो जाता तब तक आरक्षण समर्थक चुप नहीं बैठेंगे। पूरे देश में केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा पदोन्नति में आरक्षण का बिल लम्बित रखकर करोड़ों दलित कार्मिकों को अपमानित कराया जा रहा है।
आरक्षण समर्थकों ने कहा कि उप्र में विगत वर्षों में रिवर्ट किये गये लगभग 2 लाख दलित कार्मिकों के मन में काफी गुस्सा भी व्याप्त है क्योंकि बाबा साहब के नाम पर आंसू बहाने वाले लोग उनके द्वारा दी गयी संवैधानिक व्यवस्था आरक्षण पर लगातार हो रहे कुठाराघात पर भी चुप हैं।
इस अवसर पर आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति,उप्र के संयोजकों में अवधेश कुमार वर्मा, राम शब्द जैसवारा केबी राम, श्यामलाल, आरपी केन, अनिल कुमार,अन्जनी कुमार, अजय कुमार, महेन्द्र सिंह, नेकी राम तरनवीर हरीश चंद्र वर्मा राम बरन बिंद्रा प्रसाद एस के विमल ऐ के प्रभाकर राजकपूर सचिदानंद सुनील कुमार लेखराम राम शब्द जैसवारा दिनेश प्रेम चन्द्र, अशोक सोनकर, व सुनील कनौजिया समेत लोगों ने कहा आज पूरे प्रदेश में जहां आरक्षण समर्थकों ने अपने मसीहा को याद करते हुए उनके रास्ते पर चलने का संकल्प लिया वहीं दूसरी ओर आरक्षण समर्थकों ने लगातार चलाये जा रहे अपने मीटिंगों की भी समीक्षा की और यह तय किया कि हर रविवार को सभी जिला संयोजकों से संवाद कर आरक्षण पर आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिये तैयार रहने को कहा जायेगा और पूरी तैयारी के साथ आगे आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के निर्देशन में आन्दोलन को व्यापक रूप दिया जायेगा। कोरोना काल समाप्त होते ही आरक्षण पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। फिलहाल मीटिंग्स के माध्यम से आन्दोलन की तैयारी जारी रहेगी।