बक्सवाहा में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने तथा स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने के उद्देश्य से, एस्सेल माइनिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड (EMIL) ने मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में बक्सवाहा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) को कई अन्य सुविधाओं के साथ एक डिजिटल एक्स-रे मशीन, कंप्यूटर रेडियोग्राफिक सिस्टम (सीआरएस), और रक्त विश्लेषक प्रदान की है। CHC बक्सवाहा 1.25 लाख लोगों की आबादी के लिए इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधा केंद्र है।
सामुदायिक भागीदारी और बक्सवाहा तहसील की स्वास्थ्य संरचना को मजबूत करने के सम्मिलित प्रयासों के स्वरूप EMIL द्वारा रक्त जांच उपकरण जिनमे हीमैटोलॉजी एनलाइजर, बायो-केमिस्ट्री सेमी ऑटो एनलाइजर, रक्तचाप माप उपकरण, और मोबाइल ऑपरेशन थिएटर लाइट भी प्रदान की गई। उसके साथ वीटा फ्लेक्स सीआर सिस्टम भी प्रदान किया जिस्से उच्च गुणवत्ता वाले एक्स रे चित्र प्राप्त होते हैं।
COVID-19 महामारी के बेहतर प्रबंधन, चिकित्सा कर्मचारियों तथा मरीजों की सुविधाओं के विस्तार के लिए EMIL द्वारा एयर कंडीशनर, वाटर कूलर, वाटर फिल्टर, रेफ्रिजरेटर, व्हील चेयर और फर्नीचर सहित कई अन्य उपकरण भी बक्सवाहा CHC को सौंपे गए गणमान्य के उपस्थिति में जैसे की व्यक्तियोंअध्यक्ष मध्यप्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम प्रद्युम्न सिंह लोधी, एसडीएम बिजावर श्री राहुल सिलादिया, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर बक्सवाहा, डॉ ललित उपाध्याय एवं अन्य अतिथि उपस्थित रहे।
इससे पहले रक्त परीक्षण और एक्स-रे के लिए स्थानीय निवासियों को 60 किलोमीटर से अधिक की यात्रा कर छतरपुर, दमोह या सागर जाना पड़ता था। नई सुविधाओं के साथ, बक्सवाहा निवासी अब अपने ही क्षेत्र में महत्वपूर्ण जाँचे करवा सकते हैं जिससे कीमती समय और खर्च की बचत होगी।
विधायक श्री प्रद्युम्न सिंह लोधी ने गांधी जयंती के पावन अवसर का जिक्र करते हुए कहा कि गांधी बापू का एक वाक्य इस पर उचित बैठता है कि “खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप खुद को दूसरों की सेवा में खो दें। एस्सेल माइनिंग एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड (EMIL) द्वारा प्रदान की गई सुविधा निश्चित ही स्थानीय नागरिकों के स्वास्थ्य सुविधाओं के स्तर में वृद्धि करेगी। उन्होंने कहा कि EMIL का यह कदम आने वाले समय में जनकल्याण के कार्यों का एक छोटी झांकी है।
इस परियोजना से 1,000 से 1,500 स्थानीय लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा होने और सड़कों, स्वास्थ्य और शिक्षा के बुनियादी ढांचे में सुधार होने की उम्मीद है, इस प्रकार इस क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास की गति में तेजी आएगी।