सिडबी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने डिजिटल लेंडर्स असोसियेशन ऑफ इंडिया (डीएलएआई) की उद्योग आचार संहिता जारी की
मुंबई / गोवा, 25 सितंबर, 2023: डिजिटल लेंडर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (डीएलएआई) और भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने हाल ही में घोषणा की थी कि उन्होंने देश में फिनटेक क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने के लिए औपचारिक रूप से एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। सिडबी के सीएमडी सिवसुब्रमण्यन रमन ने 23 सितंबर, 2023 को गोवा में डीएलएआई द्वारा आयोजित अन-कॉन्क्लेव 2023 में डीएलएआई की उद्योग आचार संहिता (सीओसी) दस्तावेज के नवीनतम संस्करण को भी जारी किया। इस कार्यक्रम में भारतीय फिनटेक उद्योग के शीर्ष 100 कार्यपालकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर श्री रमन ने कहा, “भारतीय फिनटेक क्षेत्र में हो रहा उच्च विकास सर्वश्रेष्ठ सार्वजनिक डिजिटल बुनियादी ढांचे (पीडीआई) और नियामक के परिपक्व नीतिगत समर्थन से प्रेरित है। यह उद्योग पर निर्भर करता है कि वह उत्तरदायी ऋणप्रदायन प्रथाओं को विकसित करने के लिए आरबीआई के डिजिटल उधार दिशानिर्देशों का लाभ उठाए और डीएलएआई द्वारा तैयार की गई आचार संहिता इस दिशा में एक महत्वपूर्ण पहला कदम है। उन्होंने कहा कि हम डिजिटल ऋण प्रदायन को तीव्र गति से अपनाने की सुविधा के लिए मानक प्रोटोकॉल, ग्राहक संरक्षण, शिकायत निवारण आदि जैसे अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर उद्योग के साथ सहर्ष काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि सिडबी के साथ यह समझौता ज्ञापन डीएलएआई, इसके सदस्यों और सिडबी के बीच सहयोग के लिए एक फ्रेमवर्क स्थापित करना है।
समझौता ज्ञापन की कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नवत हैं:
- डिजिटल अंगीकरण को बढ़ावा देने के लिए सहयोग: बैंकों और ऋण सेवा प्रदाताओं (एलएसपी) के बीच गठबंधन, सह-उधार सहयोग, मॉडल साझेदारी समझौतों के विकास, आदि सहित डिजिटल ऋण प्रदायन साझेदारी को अपनाने में तीव्रता लाने के लिए मानक प्रोटोकॉल के विकास हेतु सिडबी के साथ सहयोग करना।
- जनहित हस्तक्षेपों को बढ़ाना: सिडबी ग्राहक संरक्षण, ग्राहक शिकायत निवारण तंत्र, वित्तीय साक्षरता, अनुसंधान और प्रकाशन आदि क्षेत्रों में महत्वपूर्ण जनहित हस्तक्षेपों की सिफारिश करने के लिए डीएलएआई को समर्थन देने पर विचार करेगा।
- प्रत्यक्ष ऋण प्रदायन हेतु सहयोग: सिडबी अनौपचारिक उद्यमों, सह-ऋण, जीएसटी सहाय, एक्सप्रेस ऋण, हरित वित्तपोषण, आदि और अन्य प्रत्यक्ष ऋण योजनाओं के लिए अपनी “प्रयास” योजना के अंतर्गत साझेदारी की संभावनाओं का पता लगाएगा।
- डीएलएआई सदस्यों को संसाधन सहयोग उपलब्ध कराना: सिडबी पात्र डीएलएआई सदस्य एनबीएफसी को संसाधन सहायता भी उपलब्ध कराएगा और असाइनमेंट और प्रतिभूतिकरण लेनदेन सहयोग की संभावनाओं का भी पता लगाएगा।
समझौता ज्ञापन की घोषणा के अवसर पर डीएलएआई के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जतिंदर हांडू ने कहा, “सिडबी देश में एमएसएमई क्षेत्र के विकास के लिए शीर्षतम संस्थान है। यह साझेदारी भारत की फिनटेक यात्रा में एमएसएमई क्षेत्र के वित्तपोषण में उनकी भूमिका को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है। दोनों संगठन इस क्षेत्र को उच्च विकास पथ पर लाने के लिए अपनी अपनी संयुक्त विशेषज्ञताओं और संसाधनों का लाभ उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”