मानव शरीर प्रकृति की एक खूबसूरत रचना है और इसे सुरक्षित और खूबसूरत रखने की ज़िम्मेदारी स्वयं मनुष्य की ही है। व्यवस्थित खान-पान और योग से इसे और निखारा जा सकता है। इसके अलावा समय-समय पर अगर बॉडी को कई तरीकों से डिटॉक्स किया जाए, तो यह पहले से ज्यादा एक्टिव रहकर काम कर सकती हैं, इससे आपकी स्किन भी ग्लोइंग बनती है।
एक शोध के अनुसार हमारी बॉडी कई तरह से खुद ही डिटॉक्स होती रहती है, लेकिन कभी-कभी हम अपने आप को गलत खाने, दवाओं और शराब के सेवन से इसे टॉक्सिक कर लेते हैं जिससे ज्यादा काम के कारण इन अंगों की सुस्ती हो जाती है। ऐसे में शरीर से विषैले पदार्थों को निकालने की बहुत जरूरत होती है।
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में कई चिकित्सकी रूप से डिटॉक्सीफिकेशन के तरीके बताए हैं जैसे अल्कोहल डिटॉक्सीफिकेशन, ड्रग टॉक्सिफिकेशन और यहां तक कि डायलिसिस जो रोगियों पर तब किया जाता है जब उनके गुर्दे काम करना बंद कर देते हैं। पहले दो में परामर्श और कुछ दवाएं शामिल हैं और आखिरी में इसे पूरी तरह डिटॉक्सिफिकेशन नहीं माना जाता, बल्कि यह किडनी के कामकाज को लंबा करने का एक तरीका है जो बीमारी के कारण अपने आप काम करना बंद कर देता है।
वहीं, अगर समय-समय पर बॉडी को कई तरीकों से डिटॉक्स किया जाए, तो आप पहले से ज्यादा एक्टिव रहकर काम कर सकते हैं, इससे आपकी स्किन भी ग्लोइंग बनती है। कुछ तरीके व्रत/ फास्टिंग सप्ताह में एक बार उपवास करें, यानी 14-16 घंटे तक कुछ न खाएं। इस दौरान ढेर सारा पानी पीना चाहिए। डिटॉक्स के लिए पानी जिसमें पुदीना, खीरे के टुकड़े, नींबू और अदरक मिलाई गई हो पीने से बॉडी हाइड्रेट भी रहती है।