एक कविता:
प्रत्येक दिन का डूबता हुआ सूरज ,
उम्मीदों का उजाला भी संग ले जाता है ।
उदास पड़े मेरे जीवन में ,
रंग अंधेरों का सौगात में संग दे जाता है ।
आंखे मूंदकर जब इस अंधेरे पल में ,
महसूस करती हूं तुझे अहसासों में ।
ख्वाब में तुम संग मिलते हो ,
अंधेरों में हर पल मेरे संग रहते हो ।
तुम्हें ख्वाबों ख्यालों में सोचने का एहसास ,
तुम्हें पा लेने से ज्यादा ही खूबसूरत लगता है ।
तन्हाई में मुस्कुराती हूं तुम्हें ही सोच कर ,
बताती नही ,सब से छुपाती भी हूं संग यादों में अपने तुम्हें देख कर ।
- राध्या