शिक्षा मंत्रालय के डाइरेक्टर जे.पी. पांडेय की बाल कहानी “नीली राजकुमारी” का हुआ लोकार्पण
नई दिल्ली, 17 फरवरी । भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के डाइरेक्टर जे पी पांडेय की बाल कहानी “नीली राजकुमारी” का लोकार्पण विश्व पुस्तक मेले में किया गया। यह पुस्तक अद्विक प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गई है। लोकार्पण अवसर पर प्रसिद्ध लेखक गिरीश पंकज ने कहा कि जे.पी. पांडेय स्वयं एक निश्छल व्यक्ति हैं। इनके व्यक्तित्व में साहित्य के प्रति प्रेम झलकता है। बच्चों के लिए लिखी गयी इनकी पुस्तक बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक के रूप में काम आने वाली है। इसमें बच्चों के ज्ञानवर्धक कहानियां मिलेगी।
वहीं वरिष्ठ साहित्यकार रजनी कांत शुक्ला ने कहा कि “नीली राजकुमारी” निश्चय ही बच्चों के मनोरंजन के साथ ही उनको नैतिक शिक्षा का ज्ञान कराने में सहायक होगी। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले जे.पी. पांडेय ने इस बाल कहानी संग्रह के माध्यम से अपनी सभ्यता और संस्कृति से भी परिचित कराने का प्रयास किया है। इस अवसर पर वरिष्ठ व्यंग्यकार सुभाष चंदर ने भी अपने विचार रखे। इसके अलावा प्रसिद्ध कवि रामनाथ त्रिपाठी, डा. शंभुनाथ मिश्र, डा. गोपेश्वर दत्त पांडेय, डॉ देवी पांडेय, प्रो. हर्षबाला शर्मा आदि मौजूद रहे।
इस कहानी संग्रह में बच्चों के लिए बहुत ही मनोरंजक और ज्ञानवर्धक कहानियाँ है, जिससे बच्चों में भारतीय ज्ञान परंपरा से साक्षात्कार के साथ ज्ञान-विज्ञान से भी परिचय होगा। रानी मधुमक्खी से लेकर दादी की पूजा तक की कहानियों में बच्चे अपने आसपास के परिवेश को मनोरंजक ढंग से जान पाएंगे। इसके पहले लेखक जे पी पांडेय की कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। उनका यात्रा वृत्तांत ” पगडंडी में पहाड़” साहित्य जगत में बहुत ही चर्चित और लोकप्रिय रहा।