डॉ दिलीप अग्निहोत्री
लखनऊ में राष्ट्रपति चुनाव से सम्बन्धित दो दिलचस्प दृश्य दिखाई दिए. राजग उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के समर्थन में भारी उत्साह था.विधानसभा उपचुनाव की सफ़लता और सौ दिन की उपलब्धियों का भी उत्साह इसमें परिलक्षित था. दूसरी तरफ विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की लखनऊ यात्रा उदासी में बीत गई.विपक्षी खेमे में असफलता और गठबंधन में दरार के चलते निराशा है. यशवन्त सिन्हा को ममता बनर्जी की पहल से उम्मीदवार बनाया गया था. लेकिन उन्होंने अब हांथ खींच लिया है. हो सकता है कि विपक्षी मतदाता भी अंतरात्मा की आवाज पर द्रोपदी मुर्मू को वोट करें.
राष्ट्रपति निर्वाचन मण्डल में सर्वाधिक वोट होने के कारण उत्तर प्रदेश का विशेष महत्त्व है. यह संयोग है कि करीब चौबीस घण्टे के अन्तराल में द्रोपदी मुर्मू और यशवन्त सिन्हा लखनऊ यात्रा प्रवास पर थे.वस्तुतः यहां से द्रोपदी मुर्मू की विजय का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है. विपक्ष ने नकारात्मक राजनीति अमल किया है. अन्यथा इस चुनाव की आवश्यकता ही नहीं थी. देश सर्वोच्च पद पर वनवासी समुदाय की सदस्य को देखना चाहता है. विपक्ष ने केवल निर्विरोध निर्वाचन की संभावना को समाप्त किया है.इससे विपक्ष की प्रतिष्ठा कम हुई है. द्रौपदी मुर्मू दिन में करीब चार बजे चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट अमौसी पर पहुंचीं थी.
लोक कलाकारों ने किया स्वागत
राष्ट्रपति का चुनाव एक निर्वाचक मण्डल द्वारा होता है. इसमें संसद के दोनों सदनों और राज्य विधानसभा के निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं.आमजन की इसमें कोई भूमिका नहीं होती है. फिर भी इस पद हेतु राजग उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू के प्रति आमजन का समर्थन दिखाई दे रहा है. उनके लखनऊ आगमन पर लोगों ने उत्साह प्रदर्शित किया. लोक कलाकारों ने परम्परागत ढंग से उनका स्वागत अभिनन्दन किया.प्रदेश सरकार में मंत्री असीम अरुण भी अपनी प्रसन्नता रोक नहीं सके. उन्होंने भी लोक कलाकारों के साथ ढोल बजाया.
एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य,बृजेश पाठक, अपना दल (एस) के नेता आशीष पटेल, निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद ने उनका स्वागत किया. इसके अलावा अनुसूचित जनजाति की महिलाओं सहित समाज के विभिन्न वर्गो, समाजिक संगठनों के लोगो न द्रोपदी मुर्मू का भव्य स्वागत व अभिनंदन किया। ढोल नगाड़ो के साथ लोक कलाकारों ने उत्तर प्रदेश के सभी अंचलो की लोककलाओं व लोक संगीत से उनका अभिनंदन किया।