अफगानिस्तान के पंजशीर पर कब्जे को लेकर तालिबान और विद्रोहियों के बीच भयंकर युद्ध चल रहा है। इसमें दावे-प्रतिदावे किए जा रहे हैं। तालिबान ने अब तक अजेय रहे इस क्षेत्र पर भी पूरी तरह कब्जा कर लेने का दावा किया है और पंजशीर के नेता और पूर्व राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह और अहमद मसूद देश छोड़कर ताजिकिस्तान भाग गए हैं तो वहीं मसूद ने आडियो संदेश जारी कर कहा है कि लड़ाई खत्म नहीं हुई है। हम अपने खून के आखिरी कतरे तक हार नहीं मानेंगे। दोनों गुटों के बीच 23 अगस्त से युद्ध चल रहा है। सोमवार सुबह तालिबान लड़ाके गवर्नर हाउस पहुंचे और झंडा लहरा दिया। जंग में कई बड़े कमांडर मारे गए हैं। इसके बाद भी नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट के लड़ाके पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
मसूद ने दावा किया कि तालिबान के लिए पाकिस्तानी वायुसेना ने आधी रात ड्रोन और विमानों के जरिए पंजशीर में बमबारी की और अफगानों पर हमला बोल दिया। पाकिस्तान ने उन्हें हथियार भी दिए हैं।
मीडिय रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि तालिबान ने पूर्व राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह और मसूद के घर बमबारी की है। कहा जा रहा है कि इसके बाद दोनों घर छोड़ कर चले गए हैं। भीषण जंग के बीच पंजशीर में एनआरएफ के नेता अहेमद मसूद ने तालिबान के खिलाफ विद्रोह का आह्वान किया है। करीब बीस दिन से चल रहे संघर्ष के बीच पंजशीर में बिजली और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इसके बावजूद इस समूह ने कड़ी टक्कर जारी रखी। हालांकि तालिबान ने पंजशीर पर पूर्ण अधिकार का दावा करते हुए कहा कि अब ये सेवाएं शुरू हो जाएंगी।
इस प्रकार यह तो कहा जा सकता है कि पंजशीर में स्थिति अभी कुछ अस्पष्ट सी है किंतु यह अवश्य कहा जा सकता है कि कब्जे के लिए दोनों पक्षों के बीच जोर आजमाइश जारी है। इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता कि यह स्थिति कब तक रहेगी लेकिन यह बात साफ है कि नतीजा जल्द सामने आएगा।