यूपी के गोरखपुर से मध्यप्रदेश पहुंचे काम की तलाश में भोला को काम तो मिला लेकिन 3 महीने की कड़ी मेहनत और धूप में देह जलाने के बाद भी ठेकेदार ने भोला को मजदूरी नहीं दी। अलबत्ता हुआ यह कि पैसा मांगने पर काम से निकाल जरूर दिया। भोला के हालात यह हो गए कि उसके पास घर जाने तक के पैसे नहीं बचे।
इस बात कि जानकारी एक समाजसेवी एक्टिविस्ट शोभित आर दुबे @SohitRDubey ने अपने ट्वीटर हैंडल के माध्यम से दी। इस पर लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और उसे इन्साफ दिलाने की मांग की।
शोभित आर दुबे ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिख कि ये लड़का है 20 साल का भोला यूपी के गोरखपुर का निवासी, 3 महीने पहले एमपी में काम की तलाश में आया था। मजदूरी का काम भी मिल गया 3 महीने देह जलाने के बाद भी ठेकेदार ने पैसा नहीं दिया। मांगने पर काम से निकाल दिया घर जाने के लिए किराए के पैसे भी नहीं दिए। मैने पूछा की अब कहा जा रहे हो तो जबाव दिया जम्मू, भोला ने बताया कि वो घर में इकलौता बेटा है। दो बहनों की शादी के लिए पिता जी ने दहेज के लिए सूदखोरों से कर्ज ले रखा है। इसलिए पिता ने ये जानकर भी कि बेटे के साथ बुरा हुआ है, घर आने को नहीं कहा। कहा की कहीं और जा कर काम देख लो। एमपी के “शिव” राज जी से आशा है कि भोला के पसीने का मूल्य उसे दिलवाए तथा उसकी परेशानी कुछ काम करें।
उन्होंने वर्तमान सांसद महोदय और एमपी के शिवराज जी से निवेदन किया है कि भोला के पसीने का मूल्य उसे दिलवाए तथा उसकी परेशानी कुछ कम करें।
लोगों ने कहा :
बिट्टू मोदी @BittuModi19; ऐसे बहुत से भोले प्रवासी मजदूर के साथ हर दिन शहर में ये होते रहता है पर उत्तर प्रदेश और बिहार के मजदूरों के दर्द को सरकार नहीं समझना चाहती है आखिर क्या कमी है उत्तर प्रदेश और बिहार में जो वहां इन्हें रोजगार नहीं मिल पाता सर वादे होते हैं चुनाव में अखिर क्यू..?
चेतन कुमार नागर @ChetanKumarNag3: ऐसा ही एक केस मैंने भी देखा… एक गरीब मजदूर गुजरात के सूरत से पैदल चलता हुआ बिहार के लिय जा रहा था उसको भी ठेकेदार धोखा दे गया… मेरी मुलाकात उससे से shahhabd राजस्थान में हुई जब मैं ऑफिस से आ रहा था… कुछ दूरी तक तो मेने उसको मेरी motorcycle से लिफ्ट दी और फिर कुछ पैसे देकर मैंने उसको MP के शिवपुरी जिले में कुछ दिन कुछ काम करके पैसे कमाने के लिय और उन पैसों से घर जाने के लिय बोला…।