हिमांचल के कुल्लू में तबाही: राज्य में पिछले 24 घंटे से आसमान से बरस रही तबाही
नेशनल हाईवे ठियोग-हाटकोटी कुल्लू- आनी समेत 731 सड़कें बंद
नई दिल्ली । हिमाचल प्रदेश के कुलू मनाली में लगातार हो रही बारिश से तबाही थमने का नाम नहीं ले रही है। पिछले 24 घंटे से मूसलाधार बारिश के कारण कुल्लू जनपद में गुरुवार को सुबह 30 सेकेंड में एक-एक कर सात इमारतें भर भराकर ढह गई।आसपास की और इमारतों पर भी खतराबना हुआ है। हालांकि खतरे को भांपते हुए जिला प्रशासन ने पहले से ही इन इमारतों को खाली करा लिया था।जिसके कारण ज्यादा जनहानि तो नहीं हुई। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राज्य में पिछले 24 घंटे से आसमान से बरस रही तबाही के चलते 12 लोगों की मौत हो गई हैं इनमें सात मौतें मंडी और शिमला में लैंडस्लाइड के कारण हुई है।
जिला प्रशासन ने मौसम के लगातार कहर के कारण कल्लू के कुछ क्षेत्रों में आवागमन पर रोक लगा रखी है। लैंडस्लाइड के चलते कुल्लू मनाली हाईवे पिछले कुछ दिनों से बंद कर दिया गया है और हिमाचल के तीन जिलों शिमला मंडी सोलन में सभी स्कूल कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं। आसमान से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने हिमाचल के कुलू- मनाली एवं शिमला में हालात को बद से बदतर कर दिया हैं। भारी बारिश के कारण कुल्लू मनाली हाईवे का एक हिस्सा पानी के तेज प्रवाह से बह गया है।
प्रदेश में दो नेशनल हाईवे ठियोग-हाटकोटी, कुल्लू- आनी समेत 731 सड़कें बंद हो गई हैं। इसके अलावा 619 पेयजल योजनाएं ठप हैं। प्रदेश भर में 295 गोशालाएं ढह गई। बिजली के ट्रांसफार्मर बंद होने से कई इलाकों के लोग परेशान हैं। सराज घाटी का जिला कुल्लू से संपर्क कटा हुआ है। कुल्लू पंडोह और बजौरा – कमांद सड़क बाधित है। शिमला जिले के चौपाल में तीन घर गिर गए। राजधानी शिमला में भी टॉलैंड से हिमलैंड तक सड़क बड़े वाहनों के लिए बंद हैं। शिमला जिले में दर्जनों संपर्क मार्ग और पैदल रास्ते बंद पड़े हैं। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय और कोटशेरा कॉलेज के मार्ग अभी बाधित हैं।