आजमगढ़, 02 नवम्बर 2021: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को आजमगढ़ भ्रमण के दूसरे दिन कृषि महाविद्यालय केंद्र कोटवा, आजमगढ़ में कृषि वैज्ञानिकों, प्रगतिशील किसान एवं छात्रों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिक ऑर्गेनिक उत्पाद को बढ़ाने के लिए प्रगतिशील किसानों को प्रोत्साहित करें। ऑर्गेनिक उत्पाद में वृद्धि हेतु किसानों के लिए प्रशिक्षण व कार्यशाला का आयोजन किया जाए।
उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिक किसानों को फसलों के नष्ट होने से बचाव के तरीके तथा बीमारियों से होने वाले नुकसान को रोकने की जानकारी दें। इसके साथ ही कृषि वैज्ञानिक किसान भाइयों को एक साल में कई बार फसल पैदा करने की जानकारी एवं प्रशिक्षण भी दें।
राज्यपाल ने कहा कि दिनों-दिन कृषि के लिए जमीन कम होती जा रही है, इसलिए किसानों को सहफसली कृषि को बढ़ावा देना चाहिए। इससे किसानों की आय भी कई गुनी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिक कृषि विश्वविद्यालय तथा महाविद्यालय से बाहर निकलकर किसानों के साथ जाकर काम करें, इससे अच्छा परिणाम देखने को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिक एक ही फसल पर दूसरी और तीसरी फसल का उत्पादन करने का प्रयोग कर किसानों को बताएं। उन्होंने कहा कि पानी की बचत करने के लिए ड्रिप सिंचाई का प्रयोग करें। किसानों को ड्रिप इरिगेशन के लिए प्रोत्साहित कर कम पानी से अधिक पैदावार किया जा सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि किसान खेतों की मिट्टी की जांच कराएं और उनकी कमी को पूरा किया जाए। कृषकों के लिए नई सीड की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि किसानों की आय को बढ़ाना है तो सभी मौसम के सभी प्रकार की सब्जियों के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करना होगा। राज्यपाल ने कहा कि किसान भाइयों को परंपरागत खेती करने के साथ ही आधुनिक तकनीक से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि कृषि से जुड़ी महिलाओं आधुनिक कृषि तकनीकी की जानकारी प्रदान करें।
राज्यपाल ने महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण तथा पूर्वांचल खेती पुस्तक का विमोचन भी किया। इस अवसर पर कुलपति आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या, डॉ. विजेन्द्र सिंह, डीन कृषि महाविद्यालय कोटवा प्रो. धीरेन्द्र कुमार सिंह, जिलाधिकारी राजेश कुमार, पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य, कृषि विज्ञान केंद्र कोटवा के वैज्ञानिक, कृषि महाविद्यालय कोटवा के शिक्षक एवं छात्र सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।