पकिस्तान एक बार फिर मुश्किल घडी में आ फंसा है। बता दें कि कर्ज लेकर व्यवस्था चलाने के फार्मूले पर काम कर रहे पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष यानी आइएमएफ से करारा झटका लगा है। आइएमएफ ने पाकिस्तान को एक अरब डालर का कर्ज देने से इनकार कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के बीच एक अरब डालर के कर्ज और राष्ट्र को बेहतर आर्थिक प्रमाण पत्र जारी करने के लिए बातचीत का ताजा दौर अनिर्णायक रहा है।
पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक चार से 15 अक्टूबर के बीच हुई वार्ताएं व्यापक समझौते पर पहुंचने में विफल रहीं। ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आईएमएफ को रिझाने के लिए कोई कोर कसर बाकी रखी थी।
इमरान ने आइएमएफ को मनाने के लिए बिजली और पेट्रोल.डीजल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी की फिर भी वैश्विक संस्था को संतुष्ट करने में कामयाब नहीं हो पाए। हालांकि दोनों पक्षों ने आगे बातचीत जारी रखने का संकल्प दिखाया है। आइएमएफको मनाने के लिए खद पाकिस्तानी वित्त मंत्री शौकत तारिन ने मोर्चा संभाला था।