एक महिला एक मनोचिकित्सक के पास जाती है और शिकायत करती है:- “मैं शादी नहीं करना चाहती। मैं शिक्षित, स्वतंत्र और आत्मनिर्भर हूं। मुझे पति की जरूरत नहीं है। लेकिन मेरे माता-पिता मुझसे शादी करने के लिए कह रहे हैं। मैं क्या करूं?”
मनोचिकित्सक ने उत्तर दिया: “तुम, निस्संदेह जीवन में बहुत कुछ हासिल करोगे। लेकिन किसी दिन अनिवार्य रूप से जिस तरह से आप चाहते हैं वैसे नहीं हो पायेगा । कुछ कुछ गलत हो जाएगा। कभी-कभी आप असफल होंगे। कभी-कभी आपकी योजनाएं काम नहीं करेंगी। कभी-कभी आपकी इच्छाएं पूरी नहीं होंगी। फिर किसे दोष दोगे?
क्या आप खुद को दोषी मानेंगे? ”
महिला: “नहीं !!!”
मनोचिकित्सक: “हाँ … इसलिए आपको एक पति की आवश्यकता है,
ताकि सारा दोष उन्हें दे सके।”
फिर वो खुशी खुशी मान गई…
लड़की का जवाब:
अब्दुल की फेसबुक पर एक लड़की से दोस्ती हो गयी। अब्दुल ने उसे इम्प्रेस करने के लिये लिखा ..,
“चौदहवीं का चांद हो या आफताब हो”..
थोड़ी देर में लड़की का जवाब आ गया,
आफताब ही हूँ अब्दुल भाई, फेक आईडी बनाई थी, फिर भी आपने पहचान लिया..
बीवी और मेरे बीच बहस शुरू हुई और नौबत मारपीट तक आ पहुंची
.
बीवी बेलन लेकर मुझ पर झपटी तो मैंने बला की फुर्ती दिखाई और झटपट अलमारी के अन्दर घुस गया?
.
“बाहर निकलो” – बीवी बेलन से अलमारी का दरवाजा खटखटाते हुए बोली
“नहीं निकलूंगा” – अन्दर से मैं बोला
.
“मैं कहती हूँ कि बाहर निकलो- पत्नी फिर चिल्लाई
नहीं निकलता – मैं भी चिल्लाया
.
आवाजें सुनकर पड़ोसी आ गए..
पत्नी चीखती हुई पड़ोसियों से – ये डरपोक इंसान अलमारी के अन्दर घुस गया है.. इसे कह दो कि चुपचाप बाहर निकल आयें वरना
.
“नहीं निकलता.. नहीं निकलता ! आज पूरे मोहल्ले को पता लग ही जाना चाहिए कि इस घर में मेरी मर्जी चलती हैं
अपील : ये चुटकुले मात्र मनोरंजन के लिए हैं कृपया इन्हें अन्यथा न लें