चीनी नौसेना के जहाजों ने सुबह भारतीय सीमा में अपने लड़ाकू जहाज भेज दिए। जिन्हें अभी भारतीय नौसेना ने खदेड़ दिया है। भारतीय नौसेना का कहना है कि वो सीमा पर डटी हुई है और चीनी जहाजों पर नजर बनाए हुए है।
इससे पहले भारत और चीन के बढ़ते तनाव के बीच चीन ने हिंद महासागर क्षेत्र में पनडुब्बी तैनात की है। यह एक परंपरागत डीजल-बिजली से चलने वाली पनडुब्बी है। चीन द्वारा पनडुब्बी की तैनाती का यह पहला मामला नहीं है। पहले भी 7 बार इस क्षेत्र में पनडुब्बी की तैनाती की जा चुकी है। हिंद महासागर में तैनात की गई पनडुब्बी चीनी नौसेना द्वारा समर्थित है।
भारत ने हाल ही में एक पनडुब्बी को हिंद महासागर क्षेत्र से उठाया था। चीनी नौसेना की ओर से हिंद महासागर में की जा रही गतिविधियों को भारतीय नौसेना ने रेखांकित भी किया है। हाल में ही भारतीय नौसेना ने कार्रवाई करते हुए हिंद महासागर से चीन के 14 युद्धुपोतों को उठाया है।
गौरतलब है कि चीनी मीडिया ने इस बात की संभावना जताई थी कि सीमा विवाद में चीन युद्ध तक जा सकता है। इससे पहले चीनी मीडिया ने यह भी कहा था कि भारत को 1962 के युद्ध का सबक याद रखना चाहिए। चीन को जवाब देेते हुए भारत के रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि 2017 का भारत 1962 का भारत नहीं है। जेटली के बयान पर चीन ने पलटवार करते हुए कहा था कि चीन भी 1962 वाला नहीं है।