लखनऊ। भारत की पैराबैडमिंटन टीम ने चीन के हांगझू में आयोजित एशियाई पैरा खेलों में 21 पदक अपनी झोली में डाले हैं। जिसमें से 4 स्वर्ण, 4 रजत और 13 कांस्य पदक शामिल हैं। इसमें खास बात यह है कि अधिकतर खिलाड़ियों का लंबे अर्से से अपने अदब के शहर लखनऊ से नाता रहा है। जहां उन्होंने अपनी खूबियों को एक्सीलिया स्कूल स्थित गौरव खन्ना एक्सीलिया बैडमिंटन एकेडमी में खुद को निखारा है।
चीन रवाना होने से पहले एक्सीलिया स्कूल में आयोजित ‘हांगझू की उड़ान’ कार्यक्रम में भारतीय पैराबैडमिंटन टीम के राष्ट्रीय कोच गौरव खन्ना ने 15 पदक जीतने की बात कही थी। जिसका खिलाड़ियों ने ना सिर्फ मान रखा बल्कि भारत को मिले कुल 111 पदकों में 21 पदक पैराबैडमिंटन के खाते से आए।
लखनऊ में रहकर जिन खिलाड़ियों ने अपने खेल को और निखारा है, उसमें एसएल-4 वर्ग में पुरुष एकल का स्वर्ण पदक जीतने वाले सुहास एलवाई, एसएल-3 वर्ग के प्रमोद भगत, एसएल-4 वर्ग के तरुण भगत आदि शामिल हैं। इन तीनों ही खिलाड़ियों ने हांगझू में स्वर्ण पदक हासिल किए हैं। सुहास और प्रमोद ने पुरुष एकल में तो तरुण ने युगल में नीतेश कुमार (एसएल-3) के साथ खिताब पर कब्जा जमाया।
वहीं एसयू-5 वर्ग के पुरुष युगल में रजत पदक विजेता जोड़ी चिराग बरेठा और राज कुमार की रही। जो लखनऊ में लंबे समय से अपनी प्रतिभा को धार दे रहे हैं। कृष्णा नागर ने पुरुष एकल में रजत पदक हासिल किया। उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में एसएच-6 वर्ग में पुरुष एकल में स्वर्ण जीता था।
इसके अतिरिक्त जिन अन्य खिलाड़ियों ने अपने खाते में विभिन्न वर्गों में कांस्य पदक दर्ज किए हैं, उनमें मंदीप कौर (एसएल-3), सुकांत कदम(एसएल-4), नित्या श्री(एसएच-6), रचना पटेल(एसएच-6), वैष्णवी पुनयानी (एसएल-4) आदि शामिल हैं। ये वह खिलाड़ी हैं जिन्होंने लखनऊ में रहकर स्वयं को निखारा है और आज भारत के लिए पैराबैडमिंटन में बड़ी उम्मीद बनकर उभरे हैं।
वहीं जो अन्य खिलाड़ी लगातार चमक रहे हैं, उनमें टोक्यो पैरालंपिक खेलों के पदक विजेता मनोज सरकार, यूपी सरकार से लक्ष्मण पुरस्कार प्राप्त अबू हुबैदा, प्रेम कुमार अले, शशांक कुमार, अमू मोहन, पलक कोहली, सान्थिया विश्वनाथन, गोकुल दास और आकाश माधवन आदि शामिल हैं।
लखनऊ की नित्या ने लगाई कांस्य पदकों की हैट्रिक
लखनऊ। एक्सीलिया स्कूल में 12वीं में पढ़ रही नित्या श्री ने चीन के हांगझू में आयोजित एशियाई पैरा खेलों में तीन कांस्य पदक अपने नाम किए हैं। एशियाई पैरा खेलों का आयोजन 22 से 28 अक्टूबर के बीच किया गया था।
पैराबैडमिंटन की विभिन्न स्पर्धाओं में नित्या ने एसएच-6 वर्ग के महिला एकल, युगल और मिश्रित युगल में पदकों की तिकड़ी लगाई। युगल में रचना पटेल के साथ तो मिश्रित युगल में नित्या ने शिवराजन सोलैमलाइ के संग कांस्य पदक जीते। तीनों ही स्पर्धाओं में नित्या ने बगैर किसी दबाव के सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था, हालांकि इसके बाद उनकी उम्मीदें परवान नहीं चढ़ सकीं। वहीं एक्सीलिया से बीते वर्ष 12वीं उत्तीर्ण करने वाली वैष्णवी पुनयानी ने एसएल-4 वर्ग के महिला एकल में कांस्य पदक हासिल किया। सेमीफाइनल पहुंचने तक वैष्णवी का प्रदर्शन शानदार रहा था।