उँचाहार (रायबरेली), 20 जून, 2021: पिता जो भी कहते हैं, वो बच्चों के हित में होता है। भले ही किसी समय उनकी सीख या डांट हमें खराब लगे, पर वह हमारे भविष्य के लिये हितकर ही होती है। हम बच्चों को उनका कहना मानना चाहिये।
ये बातें पिता दिवस पर लखनऊ की सुर ताल संगम संस्था द्वारा प्रतिभाशाली बच्चों और उनके पिता के साथ उनकी आशाओं, आकांक्षाओं और लक्ष्यों पर आधारित लाइव इंटरव्यू शृंखला में एंजेल गाँधी ने कही। वह अपने पिता अरविंद कुमार साहू के साथ इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में एंकर व प्रख्यात गायिका जया श्रीवास्तव जी के साथ बातचीत में शामिल थी।
कार्यक्रम की शृंखला में संगीत व गायन क्षेत्र के अनेक प्रतिभाशाली बच्चों के साथ उनके संघर्ष में शामिल पिता के साथ उनके आपसी सामन्जस्य पर खुलकर चर्चा होती है। इसी क्रम में कस्बे के बाल साहित्यकार अरविंद कुमार साहू के साथ उनकी सुर साधिका बेटी एंजेल गाँधी से साक्षात्कार लिया गया। श्री साहू ने कहा कि कोई भी जागरुक पिता अपने बच्चों के चहुमुखी विकास का कोई अवसर खोना नही चाहेगा। एक पिता अपने बच्चे की प्रतिभा को पहचान कर हर हाल में उसके लक्ष्य को पाने में पूरा सहयोग करता है। पिता और उनके बच्चों की यह हार्दिक जुगलबंदी ही दूसरों से अलग मुकाम दिलाती है और दूसरों के लिये प्रेरणा स्रोत बनती है।
कार्यक्रम की एंकर जया श्रीवास्तव ने कहा कि उनके कार्यक्रम के लिये चयनित बच्चे और उनके पिता इस बात का सुखद उदाहरण हैं, जिन्होने प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अपने बच्चों के आगे बढ़ाने के लिये हर सम्भव प्रयास किया।