आम
गरमी का, तोहफा हैं आम
मोहब्बत हैं ,वफा हैं आम
कैरी ,(कच्चे आम)का ,न कोई जोड़ है
गरमी और धूप का ,तोड़ है आम
स्वाद ,हर मौसम में, इन्ही से बढ़ता,
चटनी, अचार और मुरब्बा हैं आम
खुशबू भरे हैं ,जन्म से पहले मंजर में ही
बहार,बाग, कोयल,ठंडी, पुरवा हैं आम
बचपन का खेल,पेड़ और डाल हैं
यादें,वादे,रूप, दिलरुबा हैं आम
खट्टे,मीठे,रसीले स्वाद क्या कहिए
फलों में राजा,हर जगहा हैं आम
रंग,रूप भी बहुतेरे,और नाम भी अलग
बादाम,नीलम, चौसा,दशहरी और लंगड़ा है आम
हरे,पीले, नारंगी,और कुछ सिंदूरी से
युवतियों से छरहरे कुछ कसे बदन है आम
गर्मियों के मौसम में कुछ मिलें बरसात में भी
ब्रज, नाम में आम से,होते बहुत खास है आम
युवतियों के श्रृंगार बनते, आंख,होंठ बांह जैसे
ब्रज,के काव्य में , रस भरते सदा आम
- डॉ ब्रजभूषण मिश्र