नवेद की ग्राउंड रिपोर्ट/व्यंग्य
एक महिला आंदोलनकारी से पत्रकार ने पूछा – किस बात के विरोध मे आप धरने पर बैठी हैं !
महिला – मुझे कुछ नहीं पता। पूछना है तो अन्य औरतों से पूछिए।
पत्रकार – तो फिर आप यहां क्यों बैठी हैं!
महिला- महिलाओं के कल्याण के लिए बैठी हूं। महिलाओं के धरने-प्रर्दशन और आंदोलन का साथ देने बैठी हूं।
पत्रकार – इसमें महिला कल्याण क्या है ?
महिला- सरकार औरतों के बढ़ते आंदोलनों से घबरा कर महिला पुलिस की भर्ती करने जा रही है।
सशक्त बल में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ेगी। महिलाओं को रोजगार मिलेंगे।
हुआ ना महिलाओं का कल्याण।
पत्रकार बेहोश