मोती महल लान लखनऊ में समापन की ओर बढ़ चला 18वां राष्ट्रीय पुस्तक मेला
राणा प्रताप मार्ग मोती महल लॉन में चल रहा राष्ट्रीय पुस्तक मेला समापन की ओर बढ़ चला है। यहां 10 अक्टूबर को समाप्त होने वाले इस मेले में रचनाकारों व खिलाड़ियों के सम्मान के संग पुस्तक चर्चा, विमोचन और सांस्कृतिक कार्यक्रम पुस्तक प्रेमियों की मौजूदगी में हुए। पाठकों के आने-जाने का सिलसिला आज तेज रहा।
आजादी का अमृत महोत्सव थीम पर आयोजित मेले में कविता, कथा-उपन्यासों की नई किताबें तो खूब हैं पर यहां प्रेमचन्द, भारती, महादेवी वर्मा, कृष्णचंदर, निराला, बच्चन, दिनकर, षरतचन्द्र, महाष्वेता देवी, कमलेष्वर जैसे अनगिनत लोकप्रिय साहित्यकारों की मांग खूब है।
युवा-बुजुर्ग, बच्चों और महिलाओं के समूहों का उत्साह देर शाम तक दिखा। पुस्तक मेले के मंच पर शहर की साहित्यिक सामाजिक संस्थाओं ने अपने अनूठे कार्यक्रम किये। किताब के विमोचन-चर्चा, नाट्य मंचन, गोष्ठियों में साहित्यप्रेमियों का जमावड़ा रहा। विभिन्न विषयों के साथ-साथ साहित्यप्रेमियों का रुझान नई किताबों की ओर दिखा। विभिन्न प्रकाशकों की समग्र साहित्य की नई किताबों की खरीदारी लोगों ने खूब की। प्रकाशकों के मुताबिक कोरोना काल में ज्यादातर नई किताबें ऑन लाइन मार्केट में आईं। ज्यादातर रचनाकारों की कलम चली। कोरोना काल के बाद तेजी के साथ नई किताबें सामने आईं। पटरी पर आते प्रकाशन उद्योग भी पटरी पर दौड़ा है।
वाणी प्रकाशन के स्टाल पर कुर्रतुल ऐन हैदर की पुस्तक कारे जहां दराज है चार वॉल्यूम में है। नरेंद्र कोहली का उपन्यास महाभारत पर आधारित पुस्तक महासमर नौ खंडों में है। अयोध्या शोध संस्थान की चार खंडों में भारतीय भाषाओं में रामकथा, नेमिचंद्र जैन की रचनावली, नंद किशोर तिवारी का संपादित चांद पत्रिका का संकलन चांद अछूत अंक और आचार्य चतुरसेन शास्त्री के संपादन में चांद का फांसी अंक मौजूद है। वहीं राजकमल के स्टॉल पर अखिलेश की संपूर्ण कहानियां, धूमिल समग्र, पुरुषोत्तम अग्रवाल की कौन है भारत माता, ज्ञान चतुर्वेदी की स्वांग और श्याम तिवारी श्यामल की लिखी जयशंकर प्रसाद पर आधारित कंथा पुस्तक लोगों को भा रही है। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के पास समीर कुमार पाठक की मदन मोहन मालवीय, कमल किशोर की पंडित दीन दयाल उपाध्याय, अरुण कुमार भगत की लिखी रामधारी सिंह दिनकर की संकलित कहानियां पाठकों की पसंद बनी है।
मेपल प्रेस के प्रतिष्ठान पर मंटो की 25 सर्वश्रेष्ठ कहानियां, विष्वंभरनाथ कौशिक की 15 नवीन कहानियां, प्रियंका चोपड़ा का नॉवेल अनफिनिष्ड, जॉर्ज ओरवेल की एनीमल फॉर्म पुस्तकें मौजूद हैं। इसी तरह कलाकुंज के पास अनिरुद्ध राय की द अर्थ स्पीनर , इंदिरा नियोगी की माइ लाइफ इन फुल किताबें हैं। सेतु प्रकाशन पर अशोक बाजपेयी का कविता संग्रह सेतु समग्र, रेणु की जीवनी, फैज अहमद फैज पुस्तकें हैं। प्रकाशन संस्थान के स्टॉल पर कामतानाथ की तुम्हारे नाम, बाबा नींब करौरी पर आधारित भगवती शरण मिश्र की लिखी हिमालय के योगी, नवनीत मिश्र की उस मकान पर छत नहीं, राजगुरु आगरकर की बड़वानल उपन्यास साहित कई पुस्तकें नई हैं।
कार्यक्रमों में आज वाणी प्रकाशन की ओर से किन्नर सेक्स और सामाजिक स्वीकार्यता किताब की लेखिका प्रियंका नारायण रूबरू हुईं। साकेत बिहारी के संचालन में लेखक महेंद्र भीष्म, बालेंदु द्विवेदी और दिनेश भोयर सहित कई साहित्यप्रेमी मौजूद थे। लेखिका ने बताया कि पुस्तक में वात्सायन के किरदार को आधार बनाकर उन कारणों की खोज की गई है, जिसकी वजह से किन्नर समाज को समाज से काटकर रख दिया गया।
मानसिक स्वास्थ्य शिविर में लोगों को मानसिक समस्याओं के विभिन्न कारणों के बारे में बताया गया। लक्षणों की जांच और निवारण के साथ मनोपचारिक सलाह दी गई। बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य, नशा सेवन व कोरोना के बारे में जागरुक किया गया।
विष्वम फाउंडेशन के युवा महोत्सव के हुनरमंदों बच्चों ने सड़क सुरक्षा, पर्यावण और देश भक्ति पर आधारित गायन, नृत्य और नाट्य प्रस्तुति दी। यह नाटक हिंदी बीमार है का मंचन फ़िल्म इंस्टीटूट ऑफ एमिट्स के कलाकारों ने किया। आज रामाधीन सिंह गर्ल्स डिग्री कॉलेज व बाराबंकी जिले के बच्चों और युवाओं ने अपनी प्रतिभा दिखाई। ज्योति किरण रतन के संयोजन में आज़ादी का अमृत महोत्सव विषयक आनलाइन प्रतियोगिताओं में बड़ी संख्या में बच्चों ने भाग लेकर उत्साह दिखाया।
संस्कार हवेलिया सम्मानित:
खेल निदेशक आरपी सिंह ने लखनऊ के युवा षूटर खिलाड़ी संस्कार हवेलिया को एक लाख रुपये की सम्मान राशि देकर युवा खेल रत्न पुरस्कार से विभूषित किया। उनके बाहर होने के कारण पुरस्कार परिवारी जन ने ग्रहण किया। संस्कार ने पेरू की राजधानी लीमा में आयोजित वर्ल्ड चैम्पियनशिप में हुई शूटिंग स्पर्धा में 11वीं रैंक हासिल की व तीन इवेंट में कीर्तिमान बनाये हैं। इस दौरान गवर्नमेंट प्रेस के अधिकारी अवधेश शुक्ल, यूपी रोइंग एसोशिएशन के महासचिव सुधीर शर्मा, यूपी कराटे एसोसिएशन उपाध्यक्ष संजय बंसल, पुस्तक मेले के आयोजक मनोज सिंह चंदेल, तलवारबाजी एसोसिएशन के महासचिव यूजीन पॉल, कराटे एसोशिएशन के अध्यक्ष व संस्कार के अभिभावक टीपी हवेलिया सहित खेलजगत कई हस्तियां मौजूद थीं।