लखनऊ विश्विद्यालय 101वें स्थापना दिवस पर अपने पूर्व छात्र दिनकर पी श्रीवास्तव को सम्मानित किया। दिनकर ने छह देशों में भारत के राजदूत की भूमिका में नेतृत्व किया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने की। प्रोफेसर निशि पांडेय ने लखनऊ विश्वविद्यालय के एलुमिनी एसोसिएशन के अध्यक्ष के रूप में दिनकर एवं कुलपति को सम्मानित किया।
दिनकर जो कि बहुचर्चित किताब “फारगेंटेन कश्मीर” पर विस्तार से चर्चा हुई। इस सम्मान समारोह के पश्चात संस्कृतिकी की ओर से विश्वविद्यालय के छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। इसमें प्रमुख आकर्षण का केंद्र श्रीलंकन छात्र तीक्षना की राम स्तुति रही। इसी अवसर पर लिंग संवेदीकरण सेल की ओर से रूहानी बैंड का भी आगाज़ हुआ, जिसने अपने ज़बरदस्त प्रदर्शन से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
इसके साथ साथ रूबरू बैंड, गणेश वंदना, लड़कियों की नृत्य प्रस्तुति एवं एमबीए के छात्र छात्राओं ने परिसर में छात्र जीवन पर एक मनोरंजक नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यकम का संचालन प्रो राकेश चंद्र, डॉ प्रशांत शुक्ल एवं डॉ रोली मिश्र ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर भारी संख्या में विश्विद्यालय के शिक्षकगण, छात्र, छात्राओं ने शिरकत की।