Share Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email Post Views: 114 कौन कब किसका और कितना अपना है यह तो वक़्त ही बताता है और फिर ऐसे समय में ईश्वर ही याद आते हैं। कैसा भी समय हो मस्त होकर जियो, क्योंकि अच्छे वक़्त का इन्तजार बहुत लम्बा होता है।