खिरिया बाग, आज़मगढ़ 11 दिसंबर 2022: संघर्ष के दो महीने पूरे होने पर किसानों-मजदूरों ने पदयात्रा किया और छात्र-युवा किसान-मजदूर पंचायत का आयोजन हुआ. पंचायत में फैसला दिया कि किसान-मजदूर अपनी जमीन नहीं देगा और सरकार एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का मास्टरप्लान रदद् करे.
पदयात्रा खिरिया बाग से जिगिना करमनपुर, गदनपुर हिच्छनपट्टी, मंदुरी, जमुआ में निकली. जिसमे एयरपोर्ट का मास्टरप्लान वापस लो, जमीन नहीं देंगे, एयरपोर्ट बहाना है जमीन ही निशाना है जैसे नारे गूंजे।
वक्ताओं ने कहा कि सरकार किसान-मजदूर की जमीन छीनकर छात्रों-युवाओं के भविष्य पर हमला करने की साजिश रची इस साजिश को हम सफल नहीं होने देंगे. देश के संस्थानों का निजीकरण कर रोजगार छीनने वाली सरकार जमीनों का अपहरण कर रही है. एयरपोर्ट से अगर विकास होता तो सालों से मंदुरी में बने एयरपोर्ट से विकास हो गया होता लेकिन न आजतक वहां से कोई विमान उड़ा न ही किसी को रोजगार मिला. पूर्वांचल का यह आंदोलन अब तय करेगा कि विकास का नाम पर जमीन की लूट नहीं होगी.
बता दें कि छात्र-युवा किसान-मजदूर पंचायत को रामनयन यादव, राजीव यादव, वीरेंद्र यादव, अंजली, राहुल विद्यार्थी, संदीप, राहुल, अंशदीप, अजीत, विनोद यादव, अवधेश यादव, तेजबहादुर, विमला यादव, हरिकेश यादव, संदीप यादव, राजेन्द्र यादव ने संबोधित किया. अध्यक्षता सुनीता भारती और संचालन अरविंद भारती ने की।