कू एप्प पर ट्रेंड हुआ #हककीलड़ाई
शुक्रवार को पीएम मोदी ने तीन कृषि कानूनों की वापसी का ऐलान कर दिया. इसके बाद अब किसान आंदोलन के भविष्य को लेकर 32 किसान संगठन बैठक करेंगे, जिसमें आंदोलन के दौरान किसानें पर हुए मुकदमे को लेकर भी मांग उठ सकती है.
सोशल मीडिया पर कृषि कानून के बाद लोग अब पूर्व में हुए आंदोलनों को लेकर भी सवाल उठानें लगे हैं, जिसमें कई लोगों का मानना है कि कृषि कानूनों के बाद अब सीएए को भी वापस लिया जाए.
सोशल मीडिया के प्लेटफ़ॉर्म कू एप्प पर कई लोगों ने इसको लेकर पोस्ट किए, जिसके बाद #हककीलड़ाई ट्रेंड करने लग गया.
AIMIM नेता आसिम वक़ार ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि देश के किसान भाईयों को मेरी और मेरी पार्टी की तरफ से जीत की बहुत-बहुत बधाई … देश जीत गया, अहंकार हार गया…यही लड़ाई हमें सीएए और एनआरसी पर भी लड़नी पड़ेगी.
पीस पार्टी यूपी ने कू पर पोस्ट करते हुए लिखा, सीएए प्रोटेस्ट के दौरान भी कई मौतें हुईं, महीनों बहनों ने देश भर में धरना दिया, दर्जनों नौजवान अब भी जेलों में बंद हैं। देश के मुसलमान, किसान, दलित,आदिवासी भी सीएए क़ानून का विरोध करते रहे हैं इसलिए सरकार को अब इसे भी वापस लेना चाहिए और प्रदर्शनकारियों को रिहा करना चाहिए।
वहीं, इंजीनियर शदाब खान ने भी पोस्ट पर लिखा कि आज तीनों काले कानूनों की वापसी जो हमारे दबाव में हुई है यह आंदोलनजीवियों की जीत व अहंकारजीवियों और नफरतजीवियों की हार है. यह हम किसानों के त्याग बलिदान और संघर्ष की जीत है. यह जान लो किसान गुलाम नहीं. इंशाल्लाह अब सीएए वापसी का संघर्ष होगा।
हैशटैग ट्रेंड होने के बाद कई लोगों ने इस पर पोस्ट करते हुए अपनी राय दी औऱ सवाल पूछा कि क्या अब सीएए भी वापस लिया जाएगा ।
इससे पहले किसान नेता राकेश टिकेट ने भी अपने पोस्ट में कहा था कि आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा । सरकार एमएसपी के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें ।