लोगों को कठोर मौसम की स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहने का किया गया आग्रह, 9 घंटे तक ट्रेनें लेट – 100 से अधिक उड़ानें प्रभावित
25 दिसंबर के बीतते ही भारत में कड़ाके की ठण्ड ने असर दिखाना शुरू कर दिया है इधर दो दिनों में लोग ठण्ड से कांप गए और जगह -जगह अलाव जलने लगे। फिलहाल उत्तर भारत में ठंड का कहर जारी है। आलम यह है कि सड़कों पर गाडियां रेंगती नजर आ रही है। यमुना एक्सप्रेसवे के साथ-साथ कई जगहों पर सड़क दुर्घटनाओं की खबरें भी सामने आई हैं। ठंड के चलते उत्तर भारत में बुधवार को कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई।
वहीं, दिल्ली-एनसीआर के लगातार कोहरे की चपेट में रहने के कारण गुरुवार को 100 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुई। इसका असर रेल और सड़क यातायात पर भी पड़ा। पारा गिरकर 8.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो औसत से सिर्फ एक डिग्री ऊपर है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है इसके अलावा नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथॉर्टी ने भी लोगों को मैसेज भेजकर अलर्ट किया है जिसमें आगरा, अलीगढ, औरैया, बदायूँ, बागपत, बांदा, बुलन्दशहर, चित्रकोट, एटा, इटावा, फर्रुखाबाद, फ़तेहपुर, फ़िरोज़ाबाद, जी.बी.नगर, ग़ाज़ियाबाद, हमीरपुर, हापुड, हरदोई, हाथरस, जालौन, झांसी,कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर,कासगंज में कई स्थानों पर बहुत घना कोहरा छाने की संभावना जताई है। इसमें निवासियों से कठोर मौसम की स्थिति के लिए तैयार रहने का आग्रह किया गया है। शीत लहर का प्रभाव सुबह की यात्रा के दौरान सबसे अधिक था। हवाई और रेल यात्रा दोनों में देरी की सूचना मिली है। खराब दृश्यता के कारण कई उड़ानों में देरी हुई या उन्हें रद्द कर दिया गया।