- अपराध जीत गया, न्याय हार गया: उन्नाव रेप पीड़िता को नहीं मिला इन्साफ
- दुर्घटना की सीबीआई जांच के आदेश
लखनऊ,30 जुलाई 2019: इधर कांग्रेस कार्यकर्ता उन्नाव रेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर संघर्ष कर पुलिसिया कार्रवाई झेल रहे थे और उधर एक्सीडेंट में घायल रेप पीड़िता अस्पताल में जीवन और मौत से संघर्ष कर रही है। बाहर विरोध प्रदर्शन इतना कि सरकार हिल गयी और सरकार के नुमाइंदों की बोलती बंद है।
ट्रामा में हालात बेहद नाजुक:
बता दें कि रायबरेली सड़क हादसे में घायल उन्नाव रेप पीड़िता की स्थिति अभी भी बेहद नाजुक बनी हुई है. मंगलवार शाम को केजीएमयू द्वारा जारी बुलेटिन में कहा गया है कि पीड़िता को गंभीर चोटें आई हैं और उसकी स्थिति जस की तस बनी हुई है. वह अभी भी वेंटीलेटर पर है. मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक पीड़िता का ब्लड प्रेशर गिर रहा है. एक्सीडेंट की वजह से फेफड़ों में भी चोटें आई हैं. साथ ही दाहिने कॉलर की हड्डी भी फ्रैक्चर है.
केजीएमयू ट्रामा सेंटर के प्रवक्ता डॉ संदीप तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी भी पीड़िता की हालत कल जैसी ही बनी हुई है. उसकी हालत एम् कोई सुधार नहीं आया है. पीड़िता को वेंटीलेटर पर रखा गया है और एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम उसकी सेहत पर नजर बनाए हुए हैं. डॉ तिवारी के मुताबिक फ्रेक्चर और ब्लीडिंग से पीड़िता की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है. फेफड़ों में ब्लीडिंग की वजह से भी स्थिति गंभीर है. एक्सीडेंट की वजह से सिर में भी गंभीर चोटें आई हैं.
डीएम बोले जरुरत पड़ी तो करेंगे एयरलिफ्ट:
उधर लखनऊ के डीएम कौशल राज शर्मा भी आज पीड़िता का हालचाल जानने लखनऊ के ट्रामा सेंटर पहुंचे. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि पीड़िता के बेहतर इलाज के लिए केजीएमयू में एक्सपर्ट डॉक्टरों का पैनल लगा हुआ है. केजीएमयू के आलावा बाहर से भी एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम पीड़िता को देख रही हैं. डीएम ने कहा बेहतर इलाज के लिए पीजीआई और एम्स के सम्पर्क में भी हैं. जरूरत पड़ी तो पीड़िता को एयरलिफ्ट करके बेहतर इलाज भी मुहैया कराएंगे.
अखिलेश यादव पहुंचे थे ट्रामा में पीड़ित परिवार से मिलने:
- ‘बोले हमने डॉक्टरों से बात की है उनको हर संभव इलाज करने जा भरोसा दिया है, इंफेक्शन का खतरा है नई राज्यपाल आई है पीड़ित परिवार को उनसे मिलाया जाए क्योंकि उससे और जानकारियां निकलकर आएंगी न्याय दिलाने तक पीड़ित परिवार के साथ है- अखिलेश यादव
कोई ऐसा सोच भी नही सकता था कि न्याय नहीं मिलेगा?
बता दें कि गुरुबख्शगंज (रायबरेली) थाना क्षेत्र में रविवार को उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की कार के साथ हुए हादसे के मामले में जेल में बन्द पीड़िता के चाचा महेश सिंह की तहरीर पर उन्नाव के विधायक कुलदीप सेंगर समेत 10 नामजद व 15/20 अज्ञात लोगों के विरुद्ध धारा-307, 302, 306 व 120बी के तहत मामला दर्ज कराया गया था। इस बीच राज्य सरकार ने दुर्घटना की सीबीआई जांच के आदेश जारी कर दिये हैं।
आज दोपहर लखनऊ में ट्रामा सेंटर में भर्ती पीड़िता व उसके वकील की हालत लगातार गंभीर बनी हुई थी और वह वेंटीलेटर पर थी।
सोमवार को ट्रामा सेंटर व उसके आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गयी थी। इस दौरान पीड़िता का हाल-चाल लेने के लिए राजनेताओं का तांता लगा रहा। इस घटना को लेकर दिल्ली व लखनऊ में सियासत तेज हो रही।
बता दें कि देर रात कांग्रेस नेताओं ने पीड़िता के स्वास्य लाभ के लिए जीपीओ पार्क (हजरतगंज) पर प्रार्थना की।पीड़िता के चाचा महेश सिंह की तहरीर पर सोमवार को रायबरेली जिले के गुरूबख्शगंज थाने में उन्नाव के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के साथ मनोज सिंह, विनोद मिश्रा, हरपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेन्द्र सिंह, रिंकू सिंह, एडवोकेट अवधेश सिंह समेत 15/20 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया।