झील तालाब या फिर एक्वेरियम में लहराती रंग-बिरंगी मछलियां देखकर मन जब ख़ुशी से झूम उठता है। तो सोचिये जा घर में इतनी प्यारी मछलिया हो तो कितना और अच्छा सकारात्मक बदलाव लगता है। आमतौर पर पर घर में या ऑफिस की सजावट के लिए हम फिश एक्वेरियम रखते हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि वास्तुशास्त्र और फेंगशुई दोनों ही पद्धतियों में एक्वेरियम का खासा महत्व है। फिश एक्वेरियम को अमूमन हम घर या ऑफिस की सजावट के लिए रखते हैं।
वास्तु शास्त्र में मछलियों को भगवान विष्णु के मत्स्य अवतार से जुड़ा होने के कारण शुभ माना जाता है। तो वहीं फेंगशुई में फिश एक्वेरियम को लाइवलीनेस और पॉजिटिविटी से जोड़ कर देखा जाता है। इसके अलावा भी एक्वेरियम को अपने घर या ऑफिस में रखने के कई और फायदे भी हैं तथा कुछ नियम भी।
उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में रखना चाहिए एक्वेरियम
फिश एक्वेरियम को हमेशा घर या ऑफिस में पूर्व, उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में रखना चाहिए। ये दिशा,जल की दिशा हैं, इनमें एक्वेरियम को रखने से सकारात्मकता में वृद्धि होती है।
एक्वेरियम का पानी समय-समय पर बदलते रहना चाहिए, इससे आपके आस-पास के वातावरण में सकारात्मक बदलाव आते रहते हैं। एक्वेरियम के पानी को स्थिर नहीं होने देना चाहिए, इससे जीवन में स्थिरता आने लगती है। एक्वेरियम में 9 मछलियों का होना सबसे शुभ माना जाता है, इसमें से 8 गोल्ड फिश और एक ब्लैक फिश आर्थिक तरक्की लाती है। एक्वेरियम की समय-समय पर सफाई करते रहें, इसमें काई जमने से घर में परेशानियां और बीमारियां आने लगती हैं।
एक्वेरियम की रंग-बिरंगी मछलियां आपको मानसिक शांति और जीवन में बदलाव का संकेत देती हैं। दामपत्य जीवन में शुभता के लिए एक्वेरियम को घर के मेन गेट के दायी ओर रखें। फेंगशुई में एक्वेरियम में हर पल तैरती मछलियों को जीवन में समृद्धि और तरक्की का प्रतीक माना गया है। एक्वेरियम में मछली का अपने आप मरना आपके घर और जीवन में आने वाली विपत्ति का टल जाना माना जाता है।