नवेद शिकोह
पत्रकारिता में सफल होने के लिए जाति-धर्म, लॉबी, धन,विरासत, राजनीतिक मदद .. का हाथ होता है। ऐसी बातों को राजेंद्र गौतम ने झुठलाकर साबित किया है कि जुनून हो तो आप सारी रुकावटों से लड़कर सफल पत्रकार बन सकते हैं।
मेहनत, संघर्ष, धैर्य और काबिलियत के बूते पर राजेंद्र गौतम प्रदेश के सफल और हरफनमौला पत्रकार माने जाते हैं। हिन्दुस्तान अखबार में कदम रखा और स्वतंत्र भारत से पहचान बनाई। फिर डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट में वो सनसनीखेज खबरों के छक्के-चौकों लगाकर पत्रकारिता के सचिन तेंदुलकर बन गए। वो डेस्क का काम भी बखूबी जानते हैं, अखबारी पेज बनाना उनके बाएं हाथ का खेल है।
कामर्स से लेकर स्पोर्ट्स और तमाम बीट्स की रिपोर्टिंग की सीढ़ियां चढ़ते हुए गौतम राजनीतिक और शासन से जुड़ी खबरों के खिलाड़ी बन गए। इनकी पत्रकारिता का सफर यहीं नहीं थमा, उनके अखबार की हर रोज़ एक्सक्लूसिव खबरें देखकर बड़े से बड़े देश के पत्रकार कहते हैं कि दिव्य संदेश वाले राजेन्द्र गौतम में कोई दिव्य शक्ति ज़रूर है। गौतम की सरपरस्ती में निकलने वाला एक और दैनिक अखबार तिजारत टाइम्स भी तेजी से पहचान बना रहा है।
सियासत के सबसे बड़े खिलाड़ी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश-दुनिया को बता दिया था कि बड़े ओहदों और कुर्सियों पर अमीरों और स्थापित लोगों का कॉपी राइट नहीं है। एक चाय वाला भी अपनी काबिलियत के बल पर प्रधानमंत्री बन सकता है।
ऐसे ही पत्रकारिता में गौतम ने पत्रकार जगत में ये साबित कर दिया है कि एक अखबार वितरक भी स्थापित पत्रकार और चर्चित अखबारों को कुशलता से चला सकता है। गौतम गर्व से कहते हैं कि पच्चीस साल पहले वो अखबार वितरण के काम से जुड़े थे।
चर्चित पत्रकार राजेन्द्र गौतम जी का आज जन्मदिन है,उन्हें शुभकामनाएं-बधाई